राजीव शुक्ला सियासत की शतरंज के वो खिलाड़ी, जो हर राजनीतिक दल के दौर में मजे में रहते हैं

राजीव शुक्ला सियासत की शतरंज के वो खिलाड़ी, जो हर राजनीतिक दल के दौर में मजे में रहते हैं

नई दिल्ली।छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाये गए 62 वर्षीय राजीव शुक्ला ने अपने करियर की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में की थी। कानपुर में नॉर्दन इंडिया पत्रिका, जागरण, जनसत्ता और रविवार पत्रिका से होते हुए वो राजनीतिक गलियारों में पहुँचे।1980 के दशक में बोफर्स तोपों की सरगर्मी के बीच विश्वनाथ प्रताप सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर रविवार में लगातार लेख लिखने से उन्हें कांग्रेस से जुड़ने का मौका मिला और वही उनके जीवन का 'टर्निंग प्वाइंट' था।

राजीव शुक्ला के बारे में बताया जाता है की उनकी सबसे बड़ी ख़ासियत है उनका ठंडा दिमाग और शांत स्वभाव। दरअसल, वो राजनीतिक जोड़-घटाव के माहिर हैं। किसी भी स्थिति में आपा ना खोना उनको स्वाभाविक रूप से अपने जीवन में मिला हुआ है।शुक्ला सियासत के ऐसे खिलाड़ी हैं जो हर राजनीतिक दल के दौर में बड़े मज़े में रहते हैं, 2013 में मैच फिक्सिंग के मामलों के उजागर होने के बाद आईपीएल के चेयरमैन के पद से इस्तीफ़ा तो दे दिया पर कुछ ही अन्तराल में फिर उसी सिंहासन पर विराजमान हो गए।तब बताया जाता है कि बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया, पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को चेयरमैन बनाना चाहते थे तो एन श्रीनिवासन चाहते थे कि पद रणजीत बिस्वाल को मिले। दूसरी ओर चर्चा थी कि शरद पवार का धड़ा अजय शिर्के पर अड़ा था।जब मामला फँस गया और किसी की नहीं चली तो शुक्ला सर्वसम्मति से चुन लिए गए, यही है शुक्ला का जलवा।

ऐसा भी नहीं की राजीव शुक्ला क्रिकेट के खिलाड़ी, खेल समीक्षक या खेल प्रेमी रहे हों, बल्कि खेलों से उनका कोई ख़ास रिश्ता-नाता नहीं रहा है,बल्कि पत्रकारिता के बाद उनका मुख्य खेल सियासत की शतरंज रहा है।यही उनकी काबिलियत थी कि राजनीति में पदार्पण के साथ ही राज्यसभा में सीट और मनमोहन सिंह की कैबिनेट में संसदीय कार्य मंत्री बनने की राह में कोई ख़ास रुकावट नहीं आई और आज भी जब कांग्रेस में राज्यसभा भेजे जाने पूरे देश में पार्टी के पास बहुत कम विकल्प बचे हैं तब भी वे तमाम बड़े नेताओं को पीछे छोड़ राज्यसभा पहुंच रहे हैं। छत्तीसगढ़ से उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है, जो आसानी से उच्चसदन पहुंच जाएंगे।

भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की बहन अनुराधा प्रसाद उनकी पत्नी हैं, जो टीवी चैनल न्यूज़24 चलाती हैं। परंतु शुरू से ही राजीव शुक्ला सफल टीवी शो रू-ब-रु एंकर किया करते थे, जिसमें उन्होंने खेल, सिनेमा, संगीत, सामाजिक और राजनीतिक जगत की बड़ी हस्तियों का इंटरव्यू किया जिनमें से कई से उनकी दोस्तियों के क़िस्से सुनने को मिलते हैं। एक ज़माने में जब नरेंद्र मोदी राजनीतिक दुनिया में एक भाजपा नेता के रूप में उभर रहे थे तो किसी भी नए नेता की तरह वे भी टीवी पर दिखना चाहते थे, तब शुक्ला ही थे जिन्होंने मोदी को इंटरव्यू किया।इसी तरह, मुकेश अंबानी से भी शुक्ला टीवी शो के जरिए ही मिले और उनके संबंध आज भी कायम हैं। यही सब कुछ है जो शुक्ला को एक साधारण राजनेता से खास राजनैतिक हस्ती बनाता है।