भारतीय युवा कांग्रेस के स्थापना दिवस पर उन लाखों युवाओं को प्रेरणा देता कोको पाढ़ी को लिखा राहुल गांधी का वह पत्र...

रायपुर(छत्तीसगढ़)।मुझे उम्मीद है कि यह पत्र आपको अच्छा लगेगा। यह आपके पत्र की प्राप्ति को स्वीकार करता है। मैं भारतीय युवा कांग्रेस में आपकी शानदार यात्रा के लिए आपको बधाई देना चाहता हूँ। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के प्रति आपका दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता प्रशंसा के योग्य है। जैसे-जैसे आप अगले अध्याय की ओर बढ़ रहे हैं, मैं आपको अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ। मुझे उम्मीद है कि आप अच्छी लड़ाई लड़ते रहेंगे। ये शब्द राहुल गांधी के हैं,छत्तीसगढ़ के उस युवा नेता पूर्णचन्द्र पाढ़ी के लिए जिनको सभी कोको के नाम से जानते हैं।राहुल गांधी का यह संक्षिप्त पत्र और वो 73 शब्द शायद छत्तीसगढ़ के किसी नेता के लिए पहली बार लिखी गई होगी। कोको प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष की शानदार पारी पूर्ण करने के बाद राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर लंबे समय तक संगठन प्रभारी के रूप में पूरे देश में अपनी प्रतिबद्धता साबित की और जब युवा कांग्रेस से विदाई का समय आया तो यह बात राहुल गांधी को याद रहा। उन्होंने पत्र के अंतिम पंक्ति में जिस तरह से कोको को एक योद्धा की संज्ञा दी है,यही वह पूंजी है जो कोको ने युवा कांग्रेस में कार्य करते अर्जित की है।
भारतीय युवा कांग्रेस, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा है । 1947 में भारत के विभाजन के तुरंत बाद से लेकर 1960 के दशक के अंत तक, भारतीय युवा कांग्रेस,भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एक अंग रहा है। प्रधानमंत्री रहते हुए, इंदिरा गांधी ने सामाजिक कार्य करने के उद्देश्य से, युवा कांग्रेस को कांग्रेस पार्टी के एक प्रमुख संगठन के रूप में स्थापित करके इसे एक नया आयाम दिया। प्रियरंजन दासमुंशी भारतीय युवा कांग्रेस के पहले अध्यक्ष थे। 1970 के दशक में, संजय गांधी के नेतृत्व में, युवा कांग्रेस ने वृक्षारोपण, परिवार नियोजन जैसी गतिविधियाँ चलाईं और घरेलू हिंसा व दहेज हत्याओं के खिलाफ लड़ाई लड़ी। संजय गांधी की मृत्यु के बाद, राजीव गांधी ने युवा कांग्रेस की कमान संभाली। 1984 में प्रधानमंत्री बनने के बाद, राजीव गांधी ने मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष कर दी। राहुल गांधी को 24 सितंबर 2007 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया और उन्हें भारतीय युवा कांग्रेस के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ का भी प्रभार सौंपा गया ।वर्तमान में इसके अध्यक्ष उदय भानु चिब हैं,जो इस संगठन को देश के कोने-कोने ले जा कर मजबूत करने लगे हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश से भारतीय युवा कांग्रेस में एक नाम पूर्णचन्द्र कोको पाढ़ी का ऐसा जुड़ा की पूरा देश जानने लगा। कांग्रेस राष्ट्रीय नेतृत्व ने 2018 में जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में वापसी करि तो उसके कुछ ही महीनों बाद ही कोको को प्रदेश युवा कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंप दी।इसके बाद वे लगभग 4 वर्षों तक इस पद में बने रहे।अपने इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने युवा कांग्रेस को एक नई दिशा के साथ ऊंचाई की उस शिखर तक ले जाने कामयाब रहे,जहां लोगों ने महसूस किया कि युवा कांग्रेस अब प्रदेश में सबसे मजबूत संगठन है। वे प्रदेश के कोने-कोने तक सतत दौरा कर युवा साथियों का हौसला अफजाई करते रहे।प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता थी पर कोको का नाम इस बीच सत्ता से कभी नहीं जुड़ा वे संगठन के थे और उसी की मजबूती में लगे रहे। व्यवहार कुशल कोको के स्वभाव से हर कोई प्रभावित रहता है। उनको नजदीक से जानने वाले तमाम युवा साथियों का मानना है,कोको पाढ़ी राजनीति में आगे बढ़ने अपने कार्यप्रणाली में कभी किसी की लकीर को छोटा करने की सोच नहीं रखते,बल्कि अपने खुद की लकीर को कैसे बड़ा किया जाए पर काम करते हैं।
छत्तीसगढ़ में कार्य करते कोको पाढ़ी की कार्यप्रणाली व उनकी पूरी गतिविधियों की जानकारी तब किसी न किसी माध्यम से राहुल गांधी तक पहुंचते रहा और जब समय आया प्रदेश में उनके कार्यकाल के समाप्ति का तो कोको को राष्ट्रीय युवा कांग्रेस में महासचिव बना दिया गया। यही समय था जब कोको को साबित करना था कि वे जितना करते हैं उससे भी कहीं ज्यादा काम करने की क्षमता उनमें है और ठीक इसी के अनुरूप वे महासचिव के तौर पर संगठन के प्रभार में रहते हुए पूरे देश में अपनी एक नई पहचान बनाई। तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास को अभी तक का सबसे सक्रिय व आक्रामक अध्यक्ष माना जाता है।कोविड के दौर में उन्होंने मोदी सरकार को जिस तरह से अपने काम के बलबूते पर चुनौती दी उसी टीम के हिस्सा कोको पाढ़ी भी थे। इस तरह श्रीनिवास का पूरा टीम राहुल गांधी के करीब रहा। कार्यकाल पूर्ण होने पर श्रीनिवास का राष्ट्रीय अध्यक्ष से विदाई हुई फिर कोको पाढ़ी को भी भारतीय युवा कांग्रेस से विदा होना था,पर यह विदाई ही कोको पाढ़ी के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण यादगार बना गया जब राहुल गांधी ने कोको को व्यक्तिगत रूप से पत्र भेज कर उनके किये कार्यकाल की तारीफ की। यह उन तमाम युवा कांग्रेस के साथियों को प्रेरणा देता है जो पूरी निष्ठा से समर्पित हो कर कांग्रेस के लिए कार्य कर रहे हैं।