मिस्र ने भारत के प्रधानमंत्री को दिया सर्वोच्च नागरिक सम्मान, नरेंद्र मोदी बोले- शुक्रिया
काहिरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राजकीय यात्रा पर मिस्र पहुंचे थे।रविवार को उन्होंने राजधानी काहिरा में देश के राष्ट्रपति अब्दल फतह अल-सीसी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।इस बीच आज रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिस्र ने अपने सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ़ द नील' से सम्मानित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ये सम्मान मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सीसी ने दिया। ये मिस्र का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए मिस्र की सरकार और वहां के लोगों को शुक्रिया कहा है।पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "बेहद विनम्रता के साथ मैं 'ऑर्डर ऑफ़ द नील' स्वीकार करता हूं। मैं मिस्र की सरकार और लोगों का इस सम्मान के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। ये भारत और हमारे देश के लोगों के प्रति उनकी गर्मजोशी और लगाव को ज़ाहिर करता है।"पीएम मोदी ने अरबी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में ट्वीट किया है। प्रधानमंत्री मोदी मिस्र की दो दिन की यात्रा पर थे। वो रविवार को नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।
क्या है ऑर्डर ऑफ द नील-
इस सम्मान की शुरुआत सन् 1915 में हुई थी। यह सम्मान मिस्र की तरफ से किसी देश के राष्ट्राध्यक्षों, राजकुमारों और उपराष्ट्रपतियों को दिया जाता है जिन्होंने इस देश या मानवता के क्षेत्र में अनमोल सेवाएं प्रदान की हैं। यह पुरस्कार दरअसल सोने का एक कॉलर जैसा दिखता है। सोने की यूनिट्स पर फैरोनिक प्रतीक शामिल होते हैं। सोने की पहली यूनिट राज्य को बुराइयों से बचाने के विचार को प्रभावित करती है, दूसरी यूनिट नाइल नदी की तरफ से लाई जाने वाली समृद्धि और खुशी से मिलती जुलती है। जबकि तीसरी यूनिट धन और सहनशक्ति का प्रतीक है। पुरस्कार पर फिरोजा और रत्नों से सजाया गया एक गोलाकार सोने के पेंडेंट है जो तीन यूनिट्स से एक दूसरे से जुड़ी हुए हैं।