विधायक विकास उपाध्याय केरल में कन्नूर से दूर गाँव में पहुँच कांग्रेस प्रभारी महासचिव के.सी.वेणुगोपाल से मुलाकात कर उनकी माता को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
रायपुर।छत्तीसगढ़ से कांग्रेस विधायक व शासन में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय 19 नवंबर की शाम केरल में अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के प्रभारी महासचिव के.सी.वेणुगोपाल जी के पैतृक गांव पहुँच कर उनके माता जी के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया एवं उनके छाया चित्र में माल्यार्पण कर श्रधांजलि दी। ऐसे समय पर छत्तीसगढ़ से विधायक विकास उपाध्याय एकलौते नेता हैं जो वेणुगोपाल जी के पैतृक गांव पहुँच कर उनके दुख की इस घड़ी में मुलाकात की और घंटो समय साथ बिताया है।
ज्ञातव्य हो कि के.सी. वेणुगोपाल कांग्रेस पार्टी के प्रथमपंक्ति के कद्दावर नेताओं में गाँधी परिवार के काफी करीबी व विश्वस्त नेताओं में सुमार हैं। बताया जा रहा है कि के.सी.वेणुगोपाल का जहाँ गाँव है, वो ऐसे दुर्गम जगह पर स्थित है जहाँ हेलीकॉप्टर से भी नहीं जाया जा सकता। कन्नूर से 60 किलोमीटर का रास्ता दुर्गम रोड के रास्ते से ही जाना पड़ता है।बावजूद उनका महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके पहले कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी खुद उनके गांव पहुंच कर वेणुगोपाल जी से मुलाकात की थी।
इसके बाद अन्य नेताओं में रणदीप सूरजेवाला,राजीव सातव सहित कई बड़े नेता यहाँ तक कि पूरी कांग्रेस ही उनके गांव पहुँच चुकी है कहना अतिसंयोक्ति न होगा जो वेणुगोपाल जी से मुलाकात कर चुके हैं और दुख की इस घड़ी में उनका ढाँढस बढ़ाया है। आज शाम जब उनके निवास पर विकास उपाध्याय के.सी.वेणुगोपाल से मिले तो चर्चा के बीच उन्होंने विकास उपाध्याय की सक्रियता का जिक्र करना नहीं भूले और कहा विकास उपाध्याय की सक्रियता की जानकारी उनको रहती है। वे ये भी कहना नहीं भूले कि मध्यप्रदेश के मुरैना में दो सीट जहाँ कांग्रेस जीती है विकास उपाध्याय को वहाँ का प्रभारी बनाया गया था। विकास उपाध्यक्ष केंद्रीय नेतृत्व में वर्षो काम कर चुके हैं और केन्द्रीय नेताओं की कैसे मान सम्मान किया जाता है इसे भी वे भलीभांति जानते हैं। उनके इस कदम की जिसमें वे दुख की इस बेला में के.सी.वेणुगोपाल जी के गाँव तक पहुँच कर जिस परिपक्वता का परिचय दिया है। अन्य बड़े कांग्रेस के नेताओं के लिए एक सिख साबित हो रही है।