पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत रहीं मंजीत कौर बल बगैर मास्क के मजदूरों के बीच और टोकने वाला कोई नही।

रायपुर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत रहीं मंजीत कौर बल जो एक NGO चलाती हैं। कभी पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर से विवादों के चलते चर्चा में रहीं तो आज कल हजारों प्रवासी व अप्रवासी मजदूरों के बीच बगैर मास्क के विचरण को लेकर चर्चा में हैं।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत रहीं मंजीत कौर बल बगैर मास्क के मजदूरों के बीच और टोकने वाला कोई नही।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत रहीं मंजीत कौर बल बगैर मास्क के मजदूरों के बीच और टोकने वाला कोई नही।

रायपुर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत रहीं मंजीत कौर बल जो एक NGO चलाती हैं। कभी पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर से विवादों के चलते चर्चा में रहीं तो आज कल हजारों प्रवासी व अप्रवासी मजदूरों के बीच बगैर मास्क के विचरण को लेकर चर्चा में हैं।

 

राज्य शासन प्रदेश में सभी के लिए मास्क लगाना जरूरी कर दिया है और इसके पालन के लिए निगम की टीम ऐसा न करने वालों से चालान भी काट रही है, परन्तु बेपरवाह पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत रहीं मंजीत कौर बल आजकल शासन व प्रशासन को NGO के माध्यम से पाठ पढ़ाने रोज टाटीबंध चौक में नजर आती हैं, जहाँ हजारों की संख्या में मजदूर अन्य प्रान्त से आकर रोज एकत्र हो रहे हैं।जिनको क्षेत्रीय विधायक विकास उपाध्याय की टीम व शासन, प्रशासन के तमाम अधिकारी खाना खिला कर उनके गंतव्य स्थान तक भेजने का काम कर रहे हैं। इस टाटीबंध चौक में 24 सों घंटे मजदूरों के हजारों की भीड़ देखी जा सकती है। इस भीड़ में विधायक विकास उपाध्याय व तमाम अधिकारी मास्क लगाने के साथ-साथ अपने हाथों को सेनिटाइज करते नजर आते हैं, पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत रहीं मंजीत कौर बल बगैर मास्क के विचरण करते नजर आती हैं। इनको न कोई कुछ बोलने वाला है न टोकने वाला। कोरोना संक्रमण कहीं धोखे से भी इनको घेर लेता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा जिसकी वजह से अन्य लोग भी प्रभावित होंगे।