विकास उपाध्याय ने अजय चंद्राकर के बयान पर कहा 40 हजार करोड़ का कर्ज उनकी सरकार में ड्रग्स पार्टीयों का हिस्सा तो नहीं था।

विकास उपाध्याय ने अजय चंद्राकर के बयान पर कहा 40 हजार करोड़ का कर्ज उनकी सरकार में ड्रग्स पार्टीयों का हिस्सा तो नहीं था।

 रायपुर 14 सितम्बर 2020। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने महाराष्ट्र में ड्रग्स को लेकर मचे बवाल के बीच आज रमन सरकार के लिंग को इससे जोड़ सनसनी फैला दिया है। विकास ने पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के उस बयान पर की जिसमें उन्होंने प्रदेश में वित्तीय प्रबंधन बिगड़ने की बात कही है पर तंज कसते हुए कहा, तो क्या रमन सरकार में 40 हजार करोड़ का कर्ज 15 साल तक फिल्म नगरी बाम्बे के अभिनेत्री एवं अभिनेताओं के साथ ड्रग्स पार्टी में खर्च कर दी ! जबकि इन 15 वर्षों में कोई आपदा भी नहीं आयी।

संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने भाजपा के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर द्वारा वित्तीय प्रबंधन के बिगड़ने की बात को लेकर महाराष्ट्र में चल रहे ड्रग्स एंगल को जोड़ते हुए तंज कसा है कि रमन सरकार के 15 वर्ष में कोई आपदा नहीं आई जो आज पूरे विश्व में आई है। इस बीच वर्षों तक यूपीए सरकार के रहते भी केन्द्र से पर्याप्त आर्थिक मदद मिलते रही। तो फिर 40 हजार करोड़ का कर्ज किस बात को लेकर तत्कालीन सरकार भूपेश सरकार पर  छोड़कर गयी। उन्होंने कहा इस बीच रमन राज में राज्योत्सव से लेकर भाजपा द्वारा आयोजित विभिन्न आयोजनों में फिल्म नगरी बाम्बे के सलमान खान से लेकर करीना कपूर तक लगातार छत्तीसगढ़ बुलाए जाते रहे। तो क्या यह सरकार इस बीच ड्रग्स पार्टीयों में लीन रही? जो इतनी बड़ी रकम का कर्ज की लेनदारी बची रही।

विकास उपाध्याय ने भूपेश सरकार की तारीफ करते हुए कहा यह सरकार सही मायने में आत्मनिर्भर होने को परिभाषित करता है। केन्द्र सरकार मध्यप्रदेश को आॅक्सिजन सप्लाई कर रही है पर छत्तीसगढ़ को नहीं।संक्रमण के नाम पर अभी तक कोई संतोषजनक सहायता नहीं मिली, इसी कमी को दूर करने भूपेश सरकार स्वयं के दम पर ऑक्सिजन का प्लांट लगाने जा रही है। उन्होंने कहा 20 माह के भूपेश सरकार में कर्ज लिया गया तो किसानों के लिए, आदिवासी अंचल के मजदूरों के लिए और जरूरतमंद हितग्राहियों के लिए। हमारी सरकार में 02 बार राज्योत्सव का आयोजन हुआ परन्तु छत्तीसगढ़ के बाहर के एक भी कलाकार नहीं बुलाए गए, इसलिए कि भूपेश सरकार आत्मनिर्भर होना चाहती है। विकास ने कहा केन्द्र को पैसे के लिए पत्र लिखने की जरूरत पढ़ना ये तो मोदी सरकार का दुर्भाग्य है कि ऐसा करना पड़ रहा है वरन् वैश्विक महामारी के इस दौर को देखते हुए केन्द्र सरकार को बगैर भेद भाव के खुद-ब-खुद आगे बढ़कर हाथ बटाने स्वस्थ परंपरा की जरूरत थी।

विकास उपाध्याय ने कहा रमन सरकार के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर समेत तमाम जिम्मेदार मंत्रियों को ऐसे समय में जब कोविड-19 अपनी चरम सीमा पर है,अपने बंगलों से बाहर निकल मदद के लिए आगे आना चाहिए न कि मोदी सरकार की तरफदारी कर घर में बैठ चापलूसी करनी चाहिए और उनको याद होना चाहिए कि जब छत्तीसगढ़ आर्थिक रूप से पूरी तरह समृ़द्ध था, ऐसे में उनके द्वारा कर्ज किस बात को लेकर लिया जाते रहा। भूपेश सरकार को कर्ज में लाद सत्ता विहीन हो चुकी भाजपा किस मुँह से वित्तीय प्रबंधन की बात करती है। क्या सही मायने में रमन सरकार अपने ऐशो-आराम के लिए फिल्म नगरी में घटीत हो रहे चर्चाओं को तो कहीं अपने चलन में नहीं ले लिया था।