कांग्रेस में युवाओं को 50% भागीदारी के चलते बलौदाबाजार विधानसभा से रूपेश ठाकुर का नाम सबसे आगे।टिकट मिला तो जीत भी तय...

कांग्रेस में युवाओं को 50% भागीदारी के चलते बलौदाबाजार विधानसभा से रूपेश ठाकुर का नाम सबसे आगे।टिकट मिला तो जीत भी तय...

रायपुर(छत्तीसगढ़)।भारतीय राजनीति में राष्ट्रीय पार्टियों से लेकर क्षेत्रीय पार्टियां भी अब समय के साथ युवाओं को विभिन्न चुनावों में अधिक से अधिक भागीदारी देने की वकालत अपने पार्टी बैठकों व भविष्य के लिए तय एजेंडा में कर रही हैं और काफी हद तक इसका सकारात्मक लाभ भी पार्टीयों को मिल रहा है।छत्तीसगढ़ का ही उदाहरण लें तो इस बात के स्पष्ट परिणाम बीते विधानसभा चुनाव 2018 में देखने को मिला जब युवा उम्मीदवारों को जबरदस्त जीत मिली और अब तो कांग्रेस पार्टी ने उदयपुर के चिंतन शिविर में यह तय ही कर लिया है कि आगामी चुनावों में 50 प्रतिशत उनके पार्टी के युवा उम्मीदवार होंगे। ऐसे में छत्तीसगढ़ के 90 में 45 उम्मीदवार युवा होंगे,जिनकी उम्र 50 से कम होगी।माना जा रहा है कि इस फॉर्मूला में कांग्रेस के युवा उमीदवारों को उन विधानसभाओं में ज्यादा लाभ मिलने वाला है,जहाँ वर्तमान में पार्टी के विधायक नहीं हैं।इनमें से एक बलौदाबाजार भी है जहां कांग्रेस का विधायक नहीं है और इस बार यहां से उच्च शिक्षित युवा कांग्रेस नेता रूपेश ठाकुर को टिकट मिलना तय माना जा रहा है।इसके साथ ही यहाँ के युवा  रूपेश के पक्ष में लामबंद होना शुरू हो गए हैं।

अविभाजित रायपुर जिला के समय से ही रूपेश ठाकुर कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय रहे हैं।तब वे भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन में सक्रिय भूमिका में रहे और महाविद्यालय स्तर में छात्र-छात्राओं को संगठन के साथ जोड़ने का काम किया।नतीजन उनकी सक्रियता को देखते हुए सांगठनिक रूप से बलौदाबाजार जिला का अध्यक्ष बनाया गया।इस दौरान उन्होंने छात्र संगठन को अपनी सक्रियता से उस बुलंदी पर ले गए कि छात्रों में जिलाध्यक्ष बनने की होड़ पैदा कर दी और बलौदाबाजार ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ में वे जाने जाने लगे।जब युवा कांग्रेस में वे सक्रिय हुए तो उसी दौरान राहुल गांधी ने चुनाव का फॉर्मूला ला कर युवाओं में प्रतिस्पर्धा बड़ा दी बावजूद इसमें भी रूपेश ने अपनी काबिलियत साबित कर बलौदाबाजार विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव जीत कर बता दिया कि उन्हें जितना आता है।इसके बाद इन्होंने कभी मुड़ कर पीछे नहीं देखा और लगातार कोई न कोई चुनाव जीतते गए। बलौदाबाजार में वे कई बार के पार्षद रहते प्रदेश कांग्रेस संगठन को मजबूत करने लागातार काम कर रहे हैं।वर्तमान में ब्लाक अध्यक्ष के तौर पर कार्य करते हुए अपनी सक्रियता लगातार प्रमाणित कर रहे हैं।

बलौदाबाजार की राजनीति में रूपेश ठाकुर का नाम अब किसी पहचान का मोहताज नहीं।उनकी क्षेत्र में सक्रियता,स्वभाव में बहुत मिलनसार के साथ-साथ किसी जनहित की लड़ाई को लेकर उनकी तत्परता उन्हें और भी पॉपुलर बनाती है।रूपेश ठाकुर एम ए अंग्रेजी, बीएससी में स्नातक के साथ एलएलबी कर कानून के दांवपेंच को भी भलीभांति जान समझते हैं।इतना उच्च शिक्षित होने के बावजूद उन्होंने राजनीति को अपना कैरियर चुना।इससे स्पष्ट है कि उनकी उड़ान यहीं तक सीमित नहीं है बल्कि व्यापक स्तर में जनसेवा का है।क्षेत्र के युवा वर्ग में रुपेश ठाकुर काफी लोकप्रिय हैं और इन्हीं युवाओं ने अब ठान लिया है कि रूपेश को विधानसभा भेजना है।इतना ही नहीं रूपेश के संबंध बलौदाबाजार के अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से भी मधुर हैं और युवा उम्मीदवारी की बात आई तो और कोई नहीं जो रूपेश ठाकुर के मुकाबले टिक सके।विभिन्न समाज के नेताओं के साथ भी उनके संबंध प्रगाढ़ होने के चलते।सभी समाजों का उन्हें समर्थन मिल रहा है।बता दें कि बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र में बलौदाबाजार जिले के 196 मतदान केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों में मतदाताओं की कुल संख्या 1 लाख 62 हजार 187 है। इनमें 81 हजार 547 मतदाता पुरुष, 80 हजार 628 मतदाता महिला और 12 मतदाता तृतीय लिंग समुदाय से हैं।