पश्चिम विधानसभा में मेरी लड़ाई भाजपा से नहीं, एक अहंकारी से है- विकास उपाध्याय

पश्चिम विधानसभा में मेरी लड़ाई भाजपा से नहीं, एक अहंकारी से है- विकास उपाध्याय

रायपुर(छत्तीसगढ़)।रायपुर पश्चिम के कांग्रेस विधायक और इस चुनाव में पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार विकास उपाध्याय ने आज कहा,प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कहीं मुक़ाबले में ही नहीं है।उन्होंने आगे कहा,अब तक चुनाव अभियान के दौरान मैंने जितनी यात्रा मेरे विधानसभा पश्चिम में की है, उसके आधार पर कह सकता हूं कि बीजेपी तो लड़ाई में ही नहीं है।"मेरी लड़ाई एक अहंकारी से है और पूरे क्षेत्र की जनता इसका डट कर मुकाबला कर रही है।

विकास उपाध्याय अपने विधानसभा क्षेत्र का लगातार दौरा कर रहे हैं और यह सिलसिला अभी का नहीं बल्कि वे अपने विधायकी कार्यकाल के पूरे 5 वर्ष में लगातार करते आ रहे हैं। बताया जाता है कि विकास उपाध्याय एकमात्र ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जो लगातार लोगों के बीच अपने आप को स्थापित कर पाने में सफल साबित हुए हैं। विकास उपाध्याय की खासियत यह है कि वे किसी भी वर्ग के हों चाहे निचले तपके के ही क्यों ना हो उनसे मिलने से कभी कतराते नहीं हैं। इसलिए क्षेत्र की जनता उन्हें एक तरह से अपना विधायक नहीं बल्कि अपने घर का सदस्य की तरह मानता है। 

विकास उपाध्याय ने आज भाजपा प्रत्याशी का नाम लिए बगैर कहा कि उनकी लड़ाई भाजपा से नहीं बल्कि एक अहंकारी से है,जिसकी आलोचना ख़ुद बीजेपी वाले कर रहे हैं, मन ही मन।जनता की जुबान पर इनकी आलोचना भरी हुई है। लोग देख रहे हैं कितना अहंकार है इनके तौर तरीकों में। विकास उपाध्याय ने क्षेत्र की जनता के बीच अपनी बात रखते हुए भाजपा प्रत्याशी पर यह भी आरोप लगाया कि लगातार 15 वर्षों तक सबसे ताकतवर मंत्री होने के बावजूद निचले एवं मध्यमवर्गीय लोगों के लिए इन्होंने कुछ नहीं किया।मूल भूत समस्या का निदान तो दूर इन वर्ग के लोगों ने अपने मंत्री को नजदीक से कभी देखा तक नहीं इसलिए की चुनाव जीतने के बाद यह अहंकारी जनता के बीच नदारत रहा यही वजह है कि पिछले चुनाव में जनता ने इसे नकार दिया।

विकास उपाध्याय आज सुबह चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत जन वंदन यात्रा के साथ अटारी और जरवाय से की जहां लोग विकास उपाध्याय के इस क्षेत्र में आने सूचना मात्र से ही स्वस्फूर्ति अपने घरों से निकल कर उनसे मिल कर अपना अपार समर्थन दे रहे हैं। बता दें कि विकास उपाध्याय उन जनप्रतिनिधियों में सम्मिलित है जो अपने कार्यकाल के इस अवधि में अपने पूरे विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ो बार हर एक क्षेत्र में जनसंपर्क कर चुके हैं मौजूद हुए चुनाव अभियान के दौरान किसी तरह का अंतराल रखना नहीं चाहते इससे साफ जाहिर है कि लोगों के बीच विकास उपाध्याय की स्वीकार्यता शत प्रतिशत है।