कांग्रेस के पूर्व सदस्य और जाने माने वकील कप‍िल सिब्बल की संपत्ति कितनी जान कर चौक जाएंगे।

कांग्रेस के पूर्व सदस्य और जाने माने वकील कप‍िल सिब्बल की संपत्ति कितनी जान कर चौक जाएंगे।

लखनऊ।तीन दशक से भी ज्यादा समय तक कांग्रेस पार्टी में अपनी सेवा दे चुके और अब सपा के समर्थन से राज्यसभा के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के पास अरबों की संपत्ति है। इतना ही नहीं तीन लग्जरी कारों के मालिक सिब्बल के पास दो माेटरसाइकिल भी है। नामांकन में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार, उनके पास 3,07,65,57,210 यानी तीन अरब से अधिक की चल संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी प्रोमिला सिब्बल के नाम से 68,46,32,760 रुपये की चल संपत्ति है।

जाने माने वकील कपिल सिब्बल के पास 2802.33 लाख रुपये और उनकी पत्नी के पास 892.41 लाख रुपये कीमत की अचल संपत्ति है। पूर्व केंद्रीय मंत्री के पास 1,10,96,398 रुपये के विभिन्न वाहन हैं। इनमें तीन लग्जरी कारों के अलावा एक बुलेट बाइक और एक हीरोहोंडा है। शपथ पत्र के अनुसार उनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं है और उन्होंने हार्वर्ड ला स्कूल कैंब्रिज से एलएलएम की शिक्षा ग्रहण की है।

हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के पार्टी छोड़ने को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में उच्च स्तर की पार्टी है और विभिन्न राज्यों में कई नेता इसमें शामिल हुए हैं जिस पर ध्यान नहीं दिया गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने बुधवार को कहा था कि आठ पूर्व विधायक दो दिन पहले हरियाणा में कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन अफसोस की बात है कि इस तरह की खबरों को प्रमुखता नहीं मिलती।

वेणुगोपाल हाल ही में राजस्थान में आयोजित 'चिंतन शिविर' के बाद भी नेताओं के कांग्रेस पार्टी छोड़ने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। वेणुगोपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर आज राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सिब्बल ने अपने त्यागपत्र में कांग्रेस की विचारधारा के खिलाफ कुछ नहीं कहा है। वेणुगोपाल ने यह पूछ जाने पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या सिब्बल ने केवल राज्यसभा की सीट को लेकर पार्टी छोड़ दी क्योंकि वरिष्ठ नेता को समायोजित करने के लिए कांग्रेस के पास कोई सीट नहीं थी। वेणुगोपाल ने साथ ही सिब्बल के इस्तीफे के बाद पार्टी पर पड़ने वाले प्रभाव जैसे अन्य सवालों पर भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।