राहुल गांधी से कल ईडी की 11 घंटे पूछताछ के बाद आज भी जारी,विकास उपाध्याय समेत अन्य नेता की रिहाई तब हुई जब राहुल गांधी ईडी दफ्तर से बाहर निकले...आज फिर से गिरफ्तारी
नई दिल्ली।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के दफ़्तर पहुँचे थे। उनसे लगभग 11 घंटे पूछताछ की गई। राहुल गांधी को मंगलवार आज फिर से बुलाया गया है। बता दें कि नेशनल हेराल्ड के स्वामित्व वाली कांग्रेस प्रायोजित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। इसमें नौ महीने पहले मनी लॉन्ड्रिंग क़ानून के तहत मामला दर्ज किया गया था। नेशनल हेराल्ड अख़बार का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) करती है, जिस पर यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड का स्वामित्व है।
कल के इस पूरे घटनाक्रम पर नजर डालें तो राहुल गांधी सुबह 11 बजे के क़रीब ईडी दफ़्तर पहुंचे थे, जहाँ उन्हें तीन घंटें की पूछताछ के बाद लंच ब्रेक दिया गया। इसके बाद अपनी माँ सोनिया गांधी को देखने के लिए गंगाराम अस्पताल गए।वह दूसरे राउंड की पूछताछ के लिए दोबारा 3:30 बजे शाम ईडी के दफ़्तर आए। यहाँ से राहुल गांधी आठ घंटे की पूछताछ के बाद रात क़रीब 11:25 बजे निकले।तब तक ईडी की इस कार्यवाही के खिलाफ आवाज उठाने वाले कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को दिल्ली पुलिस अलग-अलग थानों में गिरफ्तार कर रखी थी। प्रदर्शन में मुखर रहे पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय को भी तमाम सांसदों और विधायक, पदाधिकारियों के साथ नजरबन्द कर दिया गया था।राहुल गांधी देर रात जब पूछताछ के बाद ईडी दफ्तर से बाहर निकले तो उसके घंटे भर बाद 1 बजे छोड़ा गया।
ईडी की पूछताछ को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने आज दिल्ली में बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार राहुल गांधी से डर गई है। उन्हें जानबूझकर कॉन्ट्रोवर्सी में डाल कर निशाना बनाया जा रहा है। विकास उपाध्याय ने आरोप लगाया कि भाजपा की केंद्र सरकार के निशाने पर हमेशा राहुल गांधी और कांग्रेस ही रही है और यह सिर्फ इसलिए कि राहुल गांधी निडर हो कर जनता के मुद्दे उठाते रहे हैं।राहुल गांधी के निशाने पर अडानी जैसे धन्ना सेठ रहे हैं,जिससे भाजपा तिलमिला गई है। राहुल गांधी ही थे जब चीन ने भारत की सरज़मीं पर जबरन कब्ज़ा किया तो सार्वजनिक तौर पर उसे उजागर किया। जबकि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री देश के साथ लगातार झूठ बोलते रहे। ‘न कोई घुसा है, न कोई आया है’। जैसी बातें कर देश के सहीद जवानों का तब अपमान करने भी वे पीछे नहीं रहे। इस तरह विपक्ष की एकमात्र आवाज़ राहुल गांधी मोदी सरकार के लिए असहज लगने लगे थे और कुछ न मिला तो उन्हें भ्रष्टाचार के इस झूठे मामले में उन्हें फंसाया जा रहा है।
विकास उपाध्याय ने आगे कहा कि,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अचानक से सभी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की समीक्षा करने की जरूरत भी राहुल गांधी के डर से करनी पड़ी है। और मजबूरन उन्हें अगले डेढ़ साल का मिशन तय करना पड़ा जिसके तहत 10 लाखों लोगों को नौकरी देने का आदेश देना पड़ा। विकास उपाध्याय ने एलान किया कि राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी से पहले जिस तरह से सोमवार सुबह कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता इसके विरोध में सड़क पर उतर आए और जमकर विरोध किया। कांग्रेस इस तरह का विरोध आगे भी जारी रखेगी। बीजेपी सरकार जिस तरह से बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है और केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है का विरोध जारी रहेगा।