राहुल गांधी ने देश के नव जवानों को ही नहीं बल्कि विपक्षी पार्टी के बड़े नेताओं को भी मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद होने साहस दी है - विकास उपाध्याय
भाजपा के मोदी सरकार का इतने सालों के कुशासन को उखाड़ फेकने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर हो या फिर ममता बैनर्जी की विपक्ष को एकजुट करने की वजह के पीछे भी राहुल गांधी द्वारा आरंभिक दिनों से मोदी के खिलाफ मुखर रहने का एक मात्र कारण है। चुनाव हो रहे पांच राज्यों में से 4 में कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा,यूपी में बगैर कांग्रेस के सरकार नहीं बनेगी
रायपुर। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय आज दिल्ली जाने के पूर्व एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लगातार मोदी सरकार के बीते सात सालों के कार्यकाल को लेकर उठाए गए बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे के सामने राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण पर भारी पड़ गया है। जिस बहाने भाजपा हर बार हिन्दू-मुस्लिम का ध्रुवीकरण कर चुनाव में लाभ लेने का कोशिश करती थी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि पाँच राज्यों में हो रहे चुनाव में अधिकांश राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में बगैर कांग्रेस के कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना पायेगी।
विकास उपाध्याय आज मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और मोदी के असल रूप को देश की जनता के सामने लाकर खड़ा कर दिया है। इसी के चलते अब राजनीतिक संगठन और सिविल सोसायटी के लोग भाजपा के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। लोगों को समझ आ गया है कि मोदी-शाह और मोदी-योगी की जोड़ी देश में लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा है। देश की जनता आर्थिक मुद्दों को लेकर परेशान है जो महंगाई और बेरोजगारी है। राहुल गांधी ने बीते कई वर्षों से इन मुद्दों को जिस तरह से उठाया है उससे देश के नव जवान समझ गए हैं कि केन्द्र की मोदी सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। जिस तरह से रसोई गैस, सरसों तेल, पेट्रोल-डीजल का लगातार महंगा होना आम जनता के लिए परेशानी बन गया है वे इस चुनाव में इसका जवाब देंगे।
विकास उपाध्याय ने कहा, नोटबंदी और लॉकडाउन से असंगठित क्षेत्र पूरी तरह से चौपट हो गया। इसके बाद सरकारी भर्तीयाँ ही रोजगार का सहारा थी। बावजूद न ही केन्द्र सरकार ने और न ही देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने इन खाली पदों को भरने कोई रूची दिखाई। उन्होंने कहा, यही वजह है कि पाँच राज्यों में हो रहे चुनाव में भाजपा के कार्यकर्ता लोगों से मतदान कराने के प्रति उत्साहित नहीं हैं। न ही भाजपा इस चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम का ध्रुवीकरण पहले जैसे कर पाई है। वहीं किसानों के लिए लाये गए तीन कृषि कानूनों को वापस तो ले लिया गया लेकिन किसान आंदोलनकारियों पर चले दमनचक्र के कारण भाजपा बैकफूट पर रही।
विकास उपाध्याय ने कहा, इस बार के चुनाव में भाजपा को राज्यों का ही नहीं बल्कि केन्द्र की सरकार के खिलाफ एन्टी इन्कम्बेंसी का सामना करना पड़ रहा है। विकास उपाध्याय ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से अपने आप को भगवान का अवतार के रूप में देश के सामने रख रहे थे अब उनकी छवि अडानी अंबानी जैसे पूंजीपतियों के समर्थकों की हो गई है। देश के गरीबों-पिछडों को एहसास हो गया है कि मोदी कोई मसीहा नहीं है, न ही कोई गुजरात मॉडल का आकर्षण बचा है। यही वजह है कि भाजपा के बड़े नेताओं, मोदी और योगी की सभाओं में भीड़ नहीं जुट रही है। यहाँ तक कि भाजपा के घोषित प्रत्याशियों को गाँव में प्रचार भी नहीं करने दिया जा रहा है।
विकास उपाध्याय ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जिस छुट्टा जानवरों की समस्या का जिक्र कर रहे हैं वह तब याद आई जब भूखी-प्यासी गौ माता भाजपा की राजनीतिक फसल चर चुकी हैं। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने इस तरह की योजना को लेकर दो साल पहले ही शुरू कर दिया है। जबकि यूपी जैसे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग छुट्टा जानवरों से बेहद परेशान हैं। साण्डों ने फसल नुकसान के साथ ही लोगों की जानें भी ली हैं। लोग रात-रात भर जागकर फसल की रखवाली में परेशान हैं। योगी सरकार ने गाय-बैलों को गौशालाओं में रखने की स्कीम चलाई, परन्तु यह योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। जबकि यही योजना छत्तीसगढ़ राज्य में पूरी पारदर्शिता के साथ फल-फूल रहा है।