विकास उपाध्याय द्वारा निर्मित मंदिर का दर्शन करने राजेश मूणत दल-बल के साथ पल्लवी विहार पहुँचे

विकास उपाध्याय द्वारा निर्मित मंदिर का दर्शन करने राजेश मूणत दल-बल के साथ पल्लवी विहार पहुँचे

रायपुर (पश्चिम)। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे मतदान के करीब आते जा रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टीयों के उम्मीदवारों की सक्रीयता भी बढ़ते जा रही है। राजधानी रायपुर में सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा माने जाने वाली पश्चिम विधानसभा में ऐसे ही अजीबो-गरीब वाक्या आज देखने को मिला जब भाजपा के प्रत्याशी और लगातार 15 वर्षों तक इस क्षेत्र में मंत्री रहे राजेश मूणत पहली बार पल्लवी विहार के उस प्रसिद्ध मंदिर प्रांगण में पहुँचे जहाँ विधायक विकास उपाध्याय ने राधाकृष्ण मंदिर की भव्य स्थापना की है।

बता दें कि पश्चिम विधानसभा में विधायक के तौर पर विकास उपाध्याय का यह पहला कार्यकाल था और वे इस बीच 05 सालों में खासकर हिन्दू देवी-देवताओं के मंदिरों को सहजने का काम तो किया, साथ ही क्षेत्र के लोगों की मांग पर नये मंदिरों का निर्माण भी कराया। ऐसा ही दीनदयाल उपाध्याय नगर के पल्लवी विहार कॉलोनी में स्थित प्राचीन मंदिर हनुमान जी के साथ-साथ दुर्गा माता, शिव भगवान एवं गणेश जी की स्थापना पूर्व से ही इस मंदिर में रही है, परन्तु प्रांगण में रिक्त स्थान पर राधाकृष्ण मंदिर की स्थापना को लेकर क्षेत्र के लोग बहुत पहले से गुजारिश कर रहे थे, जिनकी भावनाओं को एवं लोगों की आस्था को देखते हुए विकास उपाध्याय ने 5.00 लाख की लागत पर भव्य मंदिर का निर्माण साल भर पूर्व ही कराया है, जिसकी भव्यता पूरे क्षेत्र में प्रचलित है।

बताया जाता है कि आज भाजपा के प्रत्याशी राजेश मूणत इस क्षेत्र के दौरे पर थे और जब भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें बताया कि विधायक विकास उपाध्याय ने राधाकृष्ण मंदिर की भव्य स्थापना यहीं पास में ही की है तो वे अपने आप को रोक न सके और दल-बल के साथ मंदिर प्रांगण में पहुँच गये। ढोल बाजों के साथ सभी देवी-देवताओं का दर्शन किया और माथा टेका। मौके में मौजूद मोहल्ले के लोगों से उनकी सामान्य मुलाकात हुई और उन्होंने मतदान को लेकर किसी तरह की कोई अपील नहीं की। बता दें कि राजेश मूणत इस क्षेत्र में लगातार 15 वर्षों तक जनप्रतिनिधि के साथ-साथ ताकतवर मंत्री भी रहे, परन्तु मंदिरों को लेकर उन्होंने किसी तरह की कभी भी कोई आर्थिक सहयोग नहीं की।

विधायक विकास उपाध्याय आमजनों से सतत् संपर्क के साथ-साथ सनातनी धर्म को भी जोर-शोर से इस पूरे क्षेत्र में प्रचारित किया और वे पश्चिम विधानसभा के ऐसे 75 से भी ज्यादा मंदिरों का जीर्णोद्धार कर क्षेत्र के लोगों में हिन्दूत्व को लेकर देवी-देवताओं के प्रति आस्था जागृत करने का अलख जगाया। उन्होंने इस दौरान कई मंदिरों का भी निर्माण कराया इससे उनकी सनातन धर्म के प्रति अटूट संबंध के साथ-साथ लोगों के प्रति जुड़ाव साफ झलकता है। विकास उपाध्याय लगातार धार्मिक आयोजनों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं जिसकी प्रशंसा विपक्षी पार्टी भाजपा भी करते रही है।