कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह का नहीं छूट रहा विवादों से नाता।वायरल ऑडिओ क्लिप को लेकर कहा विपक्ष और उनके ही पार्टी के वरिष्ठ नेता रच रहे हैं षड़यंत्र?
रायपुर। कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह किसी न किसी मामले को लेकर विवादों में बने हुए हैं। गुरूवार को एक ऑडिओ क्लिप वायरल हुआ, जिसमें कांग्रेस विधायक बलरामपुर जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर को अमर्यादित भाषा में जोर-जोर से अपशब्द कहते सुनाई दे रहे हैं और जब यह क्लिप आग की तरह पूरे प्रदेश में फैल गया तो हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए अपने सफाई में कहा कि ऑडिओ क्लिप में जो आवाज है वह उनकी नहीं है। बृहस्पति सिंह ने कहा, कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं इसमें विपक्ष के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं समेत उनके अपने ही पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता शामिल हैं। हालांकि इस बार उन्होंने इस षड़यंत्र के खिलाफ कहीं एफआईआर दर्ज नहीं कराई है, परन्तु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वे खुद इसकी न्यायिक जाँच कराना चाहते हैं। इस तरह के षड़यंत्र रचे जाने से बृहस्पति सिंह को व्यक्तिगत् तौर पर कितना नुकसान हो रहा है, यह तो भविष्य के गर्भ में है परन्तु कांग्रेस पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा,यह बात तय है।
कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह आये दिन विवादों में नजर आ रहे हैं। गुरूवार को उनके एक ऑडिओ क्लिप ने पूरे छत्तीसगढ़ में धूम मचा कर रख दिया है और जब यह क्लिप सभी तरफ वायरल हो गया, तो कांग्रेस विधायक ने इसके लिए उनके खिलाफ साजिश रचने की संज्ञा दे दी है। ऐसे में यह बेहद ही गंभीर व जाँच का विषय बन गया है कि क्या यह ऑडिओ क्लिप जब लीक हुआ विधायक के और जिसे धमकाया जा रहा था, डिप्टी कलेक्टर खुद के मोबाईल नंबर से ही बात हो रही थी और यदि हो रही थी तो फिर यह आवाज किसी और की कैसे हो सकती है। किसी और कि यदि इस ऑडियो में आवाज है और जब विपक्ष के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं समेत उनकी अपनी पार्टी के भी कुछ वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हैं तो यह और भी बेहद गंभीर मामला है।इसलिए कि इस तरह की तकनीक और भी खतरनाक व चिंता का विषय है। छत्तीसगढ़ में खुद बृहस्पति सिंह की सरकार है, बावजूद उन्होंने इतने बड़े षड़यंत्र रचे जाने की शिकायत अभी तक किसी थाने में नहीं की है। हालांकि सूत्रों से मिली खबर के अनुसार बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक इस पूरे मामले की न्यायिक जाँच कराना चाहते हैं, ताकि सरकार में होने का उन पर कोई आरोप न लग सके।
गौरतलब है कि विधानसभा सत्र के पहले ही दिन उनके काफिले पर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने हमला कराया था, का आरोप लगाकर उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भुचाल ला दिया था। जिसके समर्थन में कांग्रेस के 20-20 विधायक बृहस्पति सिंह के बंगले में एकत्र होकर इसका समर्थन किए थे। हालांकि जब यह विवाद विधानसभा से लेकर कांग्रेस आलाकमान तक पहुँचा तो उन्होंने विधानसभा में अपने बयान के लिए माफी मांग ली थी और कहा था कि वे भावुकता में बह गए थे। इसके बाद फिर से जब उनका एक ऑडिओ क्लिप वायरल हुआ जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी जो कि बलरामपुर के रामानुजगंज में बतौर डिप्टी कलेक्टर पदस्थ हैं को एक मामले में गाली देते नजर आ रहे हैं। जिससे विपक्ष को एक बार फिर से मौका मिल गया कि कांग्रेस विधायक के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी को घेरा जाए। भाजपा ने कल शाम को इस संबंध में एक प्रेस नोट जारी कर विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित पत्र में इसके खिलाफ एक्शन लेने की मांग के साथ बृहस्पति सिंह को विधायक पद से हटाने की मांग की है। वहीं डिप्टी कलेक्टर प्रफुल्ल रजक ने हिन्दुस्तान टाईम्स को बताया कि उन्होंने इस घटना के बारे में जिले के कलेक्टर व अन्य वरिष्ठ अधिकारी को इस पूरे घटनाक्रम से अवगत् करा दिया है। बहरहाल इस तरह के घटनाक्रम से कांग्रेस पार्टी को कहीं न कहीं नुकसान झेलना पड़ रहा है।आगे कांग्रेस पार्टी इसे लेकर क्या कदम उठाती है देखना होगा, परन्तु कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह शांत नहीं बैठने वाले और निश्चित रूप से षड़यंत्र रचने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने व उन चेहरों को बेनकाब करने न्यायिक जाँच के लिए आगे बढ़ेंगे तय है।