जोगी परिवार की बहु ऋचा जोगी दैनिक वेतन भोगियों के समर्थन में धरना स्थल पहुंचीं कहा,सरकार ने इनके साथ वादा खिलाफी किया।तत्काल नियमितीकरण हो

अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप साहू का कांग्रेस सरकार पर बड़ा आरोप लाखों कर्मचारी सड़क पर, यह सरकार के असफलता का प्रमाण है

जोगी परिवार की बहु ऋचा जोगी दैनिक वेतन भोगियों के समर्थन में धरना स्थल पहुंचीं कहा,सरकार ने इनके साथ वादा खिलाफी किया।तत्काल नियमितीकरण हो

रायपुर(छत्तीसगढ़)।आज दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के लिए एक सुखद अवसर का समय था जब जोगी परिवार की बहू डॉ ऋचा जोगी एकाएक ही धरना स्थल पहुंच गईं।काफी अरसे बाद ऋचा जोगी की सक्रियता जहां युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर रही थी वहीं आंदोलनरत कर्मचारियों के लिए भी एक सुखद अवसर था,जो पिछले 10 दिनों से धरना में बैठे हैं और उनका सुध लेने वाला कोई नहीं पहुंचा।   

अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप साहू ने कहा आज रायपुर राजधानी  के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर पिछले 10 दिनों से आन्दोलरत छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के प्रदेश स्तरीय अनिश्चित कालीन हड़ताल को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी जी की धर्मपत्नी डॉ ऋचा जोगी ने अपनी पार्टी JCCJ की तरफ से समर्थन दिया। इस दौरान सैकड़ों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए डॉ ऋचा जोगी ने कहा कांग्रेस सरकार ने दैनिक वेतन भोगियों के साथ वादा खिलाफी किया उनके साथ अन्याय करते हुए उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है जबकि कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में दैनिक वेतन भोगियों को नियमितीकरण करने  प्रमुखता से उल्लेख किया था सरकार को आज 4 साल पूरे होने को हैं पर सरकार कुम्भकर्णीय नींद में सो रही है जिसका खमियाजा सरकार को आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। 

इस अवसर पर प्रदीप साहू ने कहा भूपेश सरकार ने हर वर्ग को ठगा है, जो वादा किया उसे पूरा नहीं किया, आज पूरे प्रदेश के कर्मचारी सड़क पर उतर आए हैं।इससे सरकारी काम काज चरमरा गई है आम आदमी आज अपने छोटे छोटे काम के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है और मायूस होकर घर वापस आ रहा है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में कर्मचारियों का इससे बड़ा आंदोलन कभी नहीं हुआ यह भूपेश सरकार के असफलता का सबसे बड़ा प्रमाण है।इस अवसर पर आज भगत हरवंश जी सन्नी तिवारी, अरुण साहू, विवेक बंजारे भी साथ पहुँचे।