सियासत:छत्तीसगढ़ में भाजपा क्या अमित शाह को सीएम हॉउस जाने से रोक पाएगी! रहेगी सबकी नजर...

सियासत:छत्तीसगढ़ में भाजपा क्या अमित शाह को सीएम हॉउस जाने से रोक पाएगी! रहेगी सबकी नजर...

रायपुर(छत्तीसगढ़)।केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के दिग्गज अमित शाह का आज छत्तीसगढ़ में आगमन हो रहा है।रायपुर के कई कार्यक्रमों में  वे शिरकत कर शाम को दिल्ली लौट जाएंगे।इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन्हें छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्यौहार तीजा पोला में सम्मिलित होने मुख्यमंत्री निवास पधारने का न्योता दिया है।हालांकि अमित शाह की तरफ से अभी ये स्पष्ट नहीं है कि वे इस आमंत्रण पर  जाएंगे या नहीं पर सब की नजर आज इस बात पर लगी रहेगी कि क्या भाजपा शाह को हॉउस जाने से रोक पायेगी या नहीं।राजनीतिक दृष्टि से यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के खिलाफ हाल ही के दिनों आक्रामक रूख अपनाए हुई  है।इसी क्रम में दो दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री निवास घेरने भाजपा बड़ा प्रदर्शन भी की है।जिसमें केंद्रीय नेता समेत प्रदेश भर के हजारों की संख्या में भाजपाई सम्मिलित हुए थे।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने एक सप्ताह पूर्व ही इस बात की जानकारी साझा की थी कि अगस्त माह के अंत में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की छत्तीसगढ़ दौरा बन सकता है और आज एक दिवसीय दौरे पर रायपुर वे आ भी रहे हैं।अमित शाह का आगमन ऐसे समय पर हो रहा है,जब प्रदेश में भाजपा कांग्रेस सरकार पर आक्रामक रूख अख्तियार की हुई है और आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर फिर से सत्ता में वापसी करने महत्वपूर्ण राजनीतिक और संगठतात्मक सर्जरी कर रही है।परंतु प्रदेश स्तरीय भाजपा नेताओं के समक्ष उस समय अजीब सी स्थिति निर्मित हो जाती है जब वे जिन मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को घेरने आंदोलन करते रहते हैं और उन्हीं की सरकार के केंद्रीय मंत्री प्रदेश में आ कर राज्य सरकार की तारीफ कर चले जाते हैं।यह आज की पहली बार नहीं हो रहा है बल्कि यूपीए एक और दो के समय भी जब भाजपा की छत्तीसगढ़ में डॉ रमन सिंह की सरकार थी तो कई केंद्रीय मंत्री तो कांग्रेस भवन तक नहीं जाते थे और रमन सरकार की तारीफ कर दिल्ली लौट जाते थे।हालांकि यह सब राज्य सरकार के कामकाज पर निर्भर करता है कि वह यदि केन्द्र के एजेंडे के अनुरूप कार्य कर रही है तो कोई केंद्रीय मंत्री तारीफ न करे तो क्या करे।

परंतु राजनीतिक रूप से इन घटनाक्रमों का आम जनता पर व्यापक असर तो पड़ता ही है।जब प्रदेश स्तरीय नेता सत्तारूढ़ पार्टी पर हमलावर हों और उन्हीं के पार्टी का केंद्रीय मंत्री तारीफों का पुल बांध कर चला जाये।ठीक वही स्थिति आज निर्मित होते नजर आ रही है।वर्चुअल मीटिंग में अमित शाह द्वारा भी राज्य की कई योजनाओं की प्रशंसा की बात मीडिया में आई है और आज जब वे खुद भौतिक रूप से छत्तीसगढ़ में उपस्थित रहेंगे और कहीं किसी योजना को लेकर तारीफ कर दिए तो भाजपा के राज्यस्तरीय नेताओं के लिए दुविधा की स्थिति निर्मित हो सकती है।इसके साथ ही मुख्यमंत्री के बुलावे पर कहीं अमित शाह तीज पोला में सम्मिलित होने मुख्यमंत्री निवास का रुख करते हैं तो यह राज्य सरकार और व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री की एक बड़ी जीत होगी।हालांकि इस बात का अंदाजा तो भाजपा को भी है खास कर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को,तो क्या ऐसे हालात में शाह को हॉउस जाने रोकने का प्रयास होगा कि पारंपरिक त्यौहार में वे सम्मिलित होंगे पर सब की नजर रहेगी।