आखिर क्या वजह है कि लोग अपने परिजनों के लापता होने पर पुलिस के पास जाना छोड़ विधायक विकास उपाध्याय के पास पहले जा रहे हैं...

एक्सक्लुसिव समाचार

आखिर क्या वजह है कि लोग अपने परिजनों के लापता होने पर पुलिस के पास जाना छोड़ विधायक विकास उपाध्याय के पास पहले जा रहे हैं...

रायपुर (छत्तीसगढ़)। पिछले कुछ दिनों से रायपुर पश्चिम विधानसभा के विधायक विकास उपाध्याय की चर्चा सामान्य विषय से हटकर कुछ और को लेकर हो रही है। आजकल आम लोगों के बीच इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि वे कई परिवारों के लापता हो रहे परिजनों को ढूंढने मदद कर रहे हैं और मदद भी ऐसा कि प्रशासन भी इतनी तेजी से रिजल्ट नहीं दे पाती। कुछ दिनों से घटित हो रहे ये ऐसे पारिवारिक प्रकरण हैं, जिसके लिए लोगों ने पुलिस के पास जाना छोड़ अपने विधायक पर विश्वास जताया है और विधायक विकास उपाध्याय भी अपने वृहद् स्तर में फैले सोशल मीडिया की बदौलत सफलता भी हासिल की है।

विकास उपाध्याय के इस तरह के पहल की प्रशंसा सामाजिक संगठनों से लेकर आम लोगों के बीच जबरदस्त हो रही है। वहीं लोगों में एक विश्वास उत्पन्न हो गया है जो बगैर घबराहट और हिचकिचाहट के साथ विधायक को फोन कर, तो कई मिलकर परिवार में घटित प्रकरण की सही जानकारी देते हुए मदद की अपील कर रहे हैं। गौरतलब हो कि आज के परिवेष में आये दिन इस तरह के वाकया देखने को मिलते रहते हैं कि घरों में छोटी-छोटी बात को लेकर, तो कई ऐसे भी उदाहरण मिलते हैं जो मानसिक रूप से कमजोर प्रवृत्ति के लोग घर छोड़कर चले जाते हैं। इसमें ऐसे भी प्रसंग समाहित होते हैं जिसे परिजन पुलिस के समक्ष खुलकर नहीं बोल पाते। ऐसे समय में विधायक की पहल लोगों को खुशी पहुँचा रही है।

विकास उपाध्याय सोशल मीडिया में सक्रीय रहने वाले ऐसे चर्चित विधायक हैं जिनके साथ हर वर्ग के लोग जुड़े हुए हैं। जिसमें पत्रकार, वकील, सामाजिक संगठन के लोग, पुलिस विभाग के सदस्य और आम जनमानस से जुड़े प्रबुद्ध व्यक्ति सम्मिलित हैं। विधायक विकास उपाध्याय जब कोई चीज अपने फोन से पोस्ट करते हैं तो लाखों लोगों के पास वह कुछ ही सेकण्ड में पहुँच जाती है और ये वे लोग हैं जो विधायक से सीधे संपर्क में रहते हैं। विकास उपाध्याय का यही जरिया है जो लोगों तक अपनी बात पहुँचाते रहते हैं। ऐसे में जब पीड़ित परिवारों का कोई प्रकरण आता है तो वे इसे ही माध्यम बनाते हैं और कई बार तो ऐसा भी हुआ है कि लापता व्यक्ति के फोन पर उसी के लापता होने की सूचना विधायक के माध्यम से पहुँच गया है।

आपको बता दें कि पिछले दिनों चौबे कॉलोनी की एक वरिष्ठ महिला गीता बाई शर्मा शाम के समय लापता हो गई थीं। जिसकी सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के पास पहुँचा तो सूचना आ गई कि इसी हुलिया की एक बुजुर्ग महिला रेलवे स्टेशन के पास देखी गई है और सूचना के बाद रायपुर में मौजुद होने की वजह से विधायक खुद उस बुजुर्ग महिला के पास पहुँच गए और उनके घर सकुशल पहुँचा दिए। इसी तरह तमन्ना तांडी नामक बच्ची जो मानसिक रूप से विक्षिप्त थी, दुर्गा पारा कोटा से गायब हो गई थी, वह भी मिल गई। ऐसा ही मुर्राभट्ठी निवासी अनूप मिश्रा को भी ढूंढ लिया गया था। कल जब समता कॉलोनी निवासी युवा लड़की मिताली अग्रवाल के लापता होने की बात आई तो हड़कंप मच गया था और उसके परिजनों ने विधायक से संपर्क कर मदद की गुहार लगाई। परन्तु कुछ ही घंटों में ही इस बात की सूचना जब फैल गई तो उन्हें ढूंढ लिया गया और मिताली महादेव घाट के समीप पाई गई। बताया जाता है कि पढ़ाई को लेकर इसकी अपने पिता के साथ कुछ कहा-सुनी होने की वजह से घर छोड़कर चली गई थी।