कांग्रेस पार्टी में उभरता सितारा विकास उपाध्याय जन्मदिन पर विशेष आलेख

कांग्रेस पार्टी में उभरता सितारा विकास उपाध्याय  जन्मदिन पर विशेष आलेख

छत्तीसगढ़(रायपुर)।विकास उपाध्याय कांग्रेस पार्टी के अंदर एक ऐसा युवा चेहरा बन चुके हैं,जो किसी पहचान के मोहताज नहीं।जनता के बीच से चुने गए विधायक के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में सचिव जैसे महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी निभा रहे हैं और युवाओं व आम जनमानस के बीच धूमकेतु की तरह छा गए हैं। विकास उपाध्याय का कल 6 नवंबर को जन्मदिन है,पर आज एक दिन पहले ही फोन पर फोन बज रहे हैं। विकास उपाध्याय के साथ रायपुर के विभिन्न कार्यक्रमों में सफर कर रहे एक जानकार ने आंखों देखा हाल बयां करते हुए कहा कि फोन छत्तीसगढ़ से ही नहीं आ रहे थे बल्कि उनके चाहने वाले देश के हर कोने से थे।फोन करने वालों में कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा व अन्य पार्टी के लोग भी शामिल थे और वे सभी लोग जन्मदिन की बधाई एक दिन पहले ही दे कर अपनी निकटता का परिचय दे रहे थे।पार्टी के नए दौर में एक जनप्रतिनिधि के साथ ही संगठनात्मक कमान है विकास उपाध्याय के पास। छत्तीसगढ़ की राजनीति में अगर प्रथम पंक्ति में कई महत्वपूर्ण नेता हैं तो विकास उपाध्याय शायद दूसरे पंक्ति के नेताओं में नंबर वन पर हैं।राजधानी रायपुर के सम्पन्न परिवार से आने वाले विकास का उदय तेजी से हुआ है और आज वो अपनी पार्टी के युवाओं में अपने विधानसभा क्षेत्र में बेताज बादशाह हैं। 

राजनीति में कोई पारिवारिक पृष्ठभूमि न होने के बावजूद विकास उपाध्याय अपने स्वयं के बलबूते सेल्फ मेड बन कर खुद के मेहनत के दम पर संघर्ष कर जिन बुलंदियों को छुआ है।बहुत कम उदाहरण देखने को मिलते हैं।युवाओं के बीच बहुत ही लोकप्रिय विकास उपाध्याय की उपलब्धि रही है कि समय के साथ लोग उनके साथ जुड़ते चले गए और कारवां बनता गया।कोई अनजान भी दूर से देख आज कह सकता है वो देखो विकास की सेना जो हर मुश्किलों के लिए हमेशा सजग व तैनात है।जनता के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध रहने वाले एक मात्र नेता विकास उपाध्याय की खासियत यही है कि जनता ने जिस उद्देश्य से उन्हें विधायक बनाया है,वे उसी के उद्देश्य की पूर्ती के लिए समर्पित रहते हैं।आज तक किसी ने उनके जुबान पर यह बात नहीं सुनी की चलो मैं अपना निजी काम निपटा कर आपकी समस्या को देखता हूँ कहा हो।विकास कार्यकर्ताओं की बातों को टालने का कभी कोशिश नहीं करते।

विकास उपाध्याय 15 वर्षों तक विपक्ष की भूमिका में जिस सक्रियता के साथ लगातार काम कर कांग्रेस में जान फूंकते रहे। भाजपा सरकार की एक-एक कमजोरियों को जनता के बीच उजागर कर कांग्रेस पार्टी के साथ विपरीत परिस्थितियों में भी लोगों को जोड़ने मेहनत करते रहे। वह सब कुछ लोग आज भी नहीं भूले हैं।राजधानी रायपुर में कांग्रेस अध्यक्ष के नाते उनके द्वारा शुरू किए आंदोलन की सुगबुगाहट छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिलों में जिस तरह सुलगा करती थी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आज भी वह याद कर रोमांचित करती है।आज जब कांग्रेस के वही साथी विकास उपाध्याय को एक दबंग विधायक की भूमिका में देखते हैं तो स्वाभाविक रूप से उनकी उम्मीदें और भी जागृत हो जाती हैं।कांग्रेस की मजबूती भी तो इसी पर टिकी है कि जो ईमानदारी से पार्टी के लिए काम करते हैं।उनकी उम्मीदों पर पानी न फेरा जाए और यह बड़ी बात है कि विकास उपाध्याय को मिले राजनीतिक शक्ति के हिसाब से वे कहीं बढ़ कर इस दिशा में काम कर रहे हैं। 

विकास उपाध्याय एक हिंदूवादी नेता की भूमिका में नजर आते हैं जो स्वाभाविक तौर पर है,वे कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए जिस ईमानदारी के साथ समर्पित भाव से काम कर पार्टी को एक नया आयाम दे रहे हैं,निश्चित रूप से इसके दूरगामी परिणाम देखने मिलेंगे। शुरुआती समय से ही बूथ स्तर पर कांग्रेस को हर पल सक्रिय रखने और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जोड़े रखने का उनका तरीका गजब का है। विकास उपाध्याय के यही सब खूबियों के कारण लोग एक दिन के लिए भी उनसे दूर रह नहीं पाते और पार्टी कार्यकर्ताओं को रोज का उन्हें रिपोर्ट कार्ड देना पड़ता है।6 नवंबर का दिन उनके चाहने वालों को बेसब्री से इंतजार रहता है इसलिए नहीं कि उनका सिर्फ जन्मदिन है। बल्कि इसलिए भी की उन्हें हर साल उनके जन्मदिन पर उन्हें एक नई उम्मीद नजर आती है।काश इसी तरह के और सितारे इस छत्तीसगढ़ की धरती पर विकास उपाध्याय बनना सिख जाएं तो शायद सदियों तक कांग्रेस की जमीं को कोई उखाड़ न सकता।