मुख्यमंत्री साय से प्रदेश संभल नहीं रहा है तो इंतजार में बैठे अरुण साव को नेतृत्व हस्तांतरित कर देना चाहिए-सुबोध हरितवाल
प्रदेश में नहीं रहा कानून का राज,खून से सने होते हैं रोज सुबह के अखबार: सुबोध
रायपुर डेस्क। प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुबोध हरितवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं,आए दिन प्रदेश में हत्या,अपहरण, लूट, डकैती और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं और अब तो छत्तीसगढ़ गैंगस्टरों का नया ठिकाना बन गया है।इससे प्रमाणित होता है कि मुख्यमंत्री से प्रदेश संभल नहीं रहा और न ही उनका अधिनस्त मंत्रियों पर नियंत्रण है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री सुबोध हरितवाल ने प्रदेश में बढ़ते अपराध पर विष्णुदेव सरकार पर घेरा है और सीधा-सीधा उनके मुख्यमंत्री के तौर पर कमजोर नेतृत्व पर सवाल किए हैं।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था ने दम तोड़ दिया है और भाजपा की सरकार में माफियाराज की शुरुआत हो गई है, इस भाजपा में ऐसा कोई सा दिन नहीं बीता होगा जिसमें हत्या, लूट, बलात्कार या गुंडागर्दी की खबरें ना आती हों, प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि राजधानी रायपुर में ही दिनदहाड़े गोलीबारी हो रही है।
उन्होंने आगे कहा,भाजपा के सत्ता में आने के साथ ही छत्तीसगढ़ अब अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगार बन गया है, लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहु जैसे माफियाओं के गुर्गे अब खुलेआम कारोबारियों को धमका रहे हैं। प्रदेश में बढ़ते अपराध से जनता बुरी तरह से डरी हुई है, जनता को भय सता रहा है कि कब कौन सा मवाली, नशेड़ी उनका रास्ता रोक कर किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे दे।
सुबोध हरितवाल ने आगे कहा,बावजूद विष्णुदेव सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है, यदि मुख्यमंत्री साय से सरकार नहीं संभल पा रही है तो उन्हें इस्तीफा दे कर राजधर्म का पालन करते हुए किसी और को नेतृत्व सौंप देना चाहिए।सरकार में उपमुख्यमंत्री अरुण साव इस इंतजार में पलक पिछाये बैठे हुए हैं।इससे यह भी परीक्षण हो जाएगा और प्रदेश की जनता का भ्रम टूट जाएगा कि भाजपा के वर्तमान पीढ़ी में प्रदेश को नेतृत्व देने की क्षमता ही नहीं है।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने अपना पद सम्हालते वक्त कहा था कि हम सुशासन लायेंगे छग को भय मुक्त बनाएंगे पर बलौदाबाजार, बिलासपुर,बस्तर, सुरजपुर और रोज हो रही रायपुर में घटनाएं ये साबित करती है कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था के मामले में फेल साबित हुई है।