इंदिरा गांधी ने जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी।उसके 50 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने आज बाघों के नए आंकड़े जारी किये...

इंदिरा गांधी ने जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी।उसके 50 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने आज बाघों के नए आंकड़े जारी किये...

कर्नाटक।बाघों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से तब की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सिंह की जगह बाघ को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित की थीं।1 अप्रैल, 1973 को पीएम इंदिरा गांधी द्वारा जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की गई थी।उसे अब 50 साल पूरे हो गए हैं।भारत में 2018 से 2022 के बीच बाघों की संख्या में 200 की बढ़ोतरी हुई है। इस तरह देश में बाघों की संख्या अब बढ़ कर 3,167 हो गई है।इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक में आज इस नए आंकड़े की घोषणा की है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक के मैसुरू में बाघों की गणना के आंकड़े जारी किए। पीएम मोदी ने तब के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1973 में लाॅन्च हुए ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरा होने के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की भी शुरुआत की।

इस मौके़ पर उन्होंने ‘इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस’ (IBCA) भी लाॅन्च किया है। इस परियोजना के तहत पूरी दुनिया में बाघ, शेर, चीता जैसी ‘बिग कैट’ की 7 प्रजातियों के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए काम किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इस दौरान ‘अमृत काल का टाइगर विज़न’ नामक बुकलेट भी जारी किया। जिसमें अगले 25 साल में बाघों के संरक्षण की योजना पेश की गई है।

प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कर्नाटक के बांदीपुर और मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व पहुंचे थे वहां उन्होंने 20 किलोमीटर लंबी जीप सफ़ारी भी की।इसके बाद प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के पहाड़ी जिले नीलगिरी के मुदुमलाई में पीएम मोदी ने एक हाथी शिविर का दौरा भी किया।

मोदी ने यहां कुछ हाथियों को गन्ना भी खिलाया और हाथियों की देखरेख में लगे महावतों से भी मिले।ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाली डॉक्यूमेंट्री 'एलिफेंट व्हिस्परर्स' के पात्रों और फ़िल्म की टीम से भी मुलाकात की।