नए ENC के के पीपरी के आज कार्यभार संभालने के वक्त पूरे PWD कार्यालय में उत्सव का माहौल...
नए ईएनसी केके पीपरी को नई जिम्मेदारी मिलने से जनमानस की आकांक्षाएं अब अवश्य पूरी होंगी। पीपरी जी बहुत ही ईमानदार व योग्य अधिकारी हैं।उनका योगदान राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र में अनुकरणीय है और निश्चित रूप से अब वे प्रदेश के अन्य क्षेत्र में भी विभागीय कार्यो को नई ऊंचाईयों तक ले जाएंगे-विकास उपाध्याय
रायपुर(छत्तीसगढ़)।छत्तीसगढ़ में खराब सड़कों पर सीएम की नाराजगी के बाद पहली बार लोकनिर्माण विभाग के शीर्ष अधिकारी पर हुई सीधी कार्यवाही का असर सड़कों के रखरखाव में लापरवाही पर ही नहीं बल्कि विभागीय कर्मचारियों के सेहद पर भी पड़ता दिख रहा है। नए प्रभारी ENC(प्रमुख अभियंता) के.के. पीपरी आज कार्यालयीन समय के शुरू होते ही शासन के आदेश का पालन करने जब नवा रायपुर स्थित विभागीय कार्यालय निर्माण भवन में कार्यभार लेने पहुंचे तो अधिकारी और छोटे से छोटा कर्मचारियों का रेला लगा हुआ था।वह इसलिए नहीं कि पुराने बॉस से कोई लगाव था।बल्कि अपने पसंदीदा अधिकारी पीपरी को अपने बीच पा कर पूरे महकमे में उत्सव का माहौल था।दबी जुबान पर विभागीय लोगों का कहना था कि शुरू से कहीं यह जिम्मेदारी पीपरी साहब के हाथ होती तो आज विभाग का नक्शा ही कुछ और होता।
लोकनिर्माण विभाग में के.के. पीपरी का वो नाम जो विजन के साथ काम कर रिजल्ट देने वालों में एक शख्त और ईमानदार अधिकारी के रूप में गिनती होती है। अभी तक लोक निर्माण विभाग के राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र रायपुर की जिम्मेदारी संभाल रहे पीपरी की योग्यता का आंकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जैसे सबसे लोकप्रिय व काम कराने वाले विभाग में केंद्रीय योजनाओं के कार्यों को पूरे छत्तीसगढ़ में समय सीमा पर पूरा कर वो पहचान हासिल की है,जिनके विरुद्ध कभी कोई बात तक नहीं सुनी गई।बल्कि कहा जाता है कई ठेकेदार जो काम न कर धौंस दिखाते थे उन्हें इन्होंने बाहर का रास्ता दिखा दिया।नई जिम्मेदारी मिलने के बाद बताया जा रहा है, जल्दी ही लोक निर्माण विभाग के कामकाज की विस्तृत समीक्षा होनी है। उसके बाद कई और अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।इसमें रायपुर डिवीजन तीन को लेकर खासा चर्चा है।
वहीं अभी तक इस प्रमुख पद पर जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे लोक निर्माण विभाग में वी.के. भतपहरी चर्चित अफसरों में शुमार रहे हैं। विधानसभा रोड घोटाले में भी भतपहरी का नाम आया था। उस समय वे मुख्य अभियंता थे। घटिया डामर इस्तेमाल होने की वजह से नया बना विधानसभा रोड उखड़ गया था। शिकायत के बाद EOW ने पांच इंजीनियरों के खिलाफ मामला दर्ज भी किया था। इनके घरों और कार्यालयों पर छापा भी मारा गया।बताया यह भी जा रहा है कि वे विभागीय मंत्री को भी कुछ नहीं समझते थे।एक तरह से उन्होंने पूरे विभाग को ऐसा हाईजैक कर लिया था कि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में भी दहसद का माहौल था। हर फाइल को लंबे समय तक पेंडिंग रखना उनके आदत में सुमार था,यहाँ तक कि छोटे कर्मचारी जिनकी दो रोज की रोजी रोटी वहां के तनख्वाह से चलती है का भुगतान महीनों महीनों तक लंबित कर रख देते थे।खुद मंत्री भी उनकी गतिविधियों से खिन्न थे।
आखिरकार इसका अंत तब हुआ जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पिछले दिनों रायगढ़ जिले के दौरे पर थे और वहां लगभग हर चौपाल में सड़कों की खराब स्थिति का फीडबैक उन्हें सीधे प्राप्त हुई। यहां तक कि कई क्षेत्रों में मुख्यमंत्री खुद कार से गए। इस वजह से वहां के हालात की जानकारी उन्हें मिलते गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वहां लोगों को आश्वासन दिया था कि बरसात खत्म होते ही सड़कों की मरम्मत शुरू करा दी जाएगी।परंतु वह सब उन्हें वहां नहीं मिला जिसकी उन्हें अपेक्षा थी।विभाग के संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने मुख्यमंत्री के इस सख्त कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए कहा, नए ईएनसी केके पीपरी को नई जिम्मेदारी मिलने से जनमानस की आकांक्षाएं अब अवश्य पूरी होंगी। पीपरी जी बहुत ही ईमानदार व योग्य अधिकारी हैं।उनका योगदान राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र में अनुकरणीय रहा है और निश्चित रूप से अब वे प्रदेश के अन्य क्षेत्र में भी विभागीय कार्यो को नई ऊंचाई तक ले जाएंगे।