भगवान स्वरूप एम्स के चिकित्सकों पर जब फूल से वर्षा हुई तो नजारा देख कुछ पल के लिये मानो वक्त रुक सा गया हो...

भगवान स्वरूप एम्स के चिकित्सकों पर जब फूल से वर्षा हुई तो नजारा देख कुछ पल के लिये मानो वक्त रुक सा गया हो...

रायपुर, मौका था एम्स के 64 स्वास्थ्य कर्मियों को जो केरल व विजयवाड़ा के हैं। उनको उनके घर भेजने का, जो लॉकडाउन की वजह से अभी तक अपने घर नही जा सके थे। उसी वक्त हमारे छायाकार ने एक दुर्लभ तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर ली जिसमें विधायक विकास उपाध्याय मौके पर मौजूद एम्स के डायरेक्टर डॉ. नितिन नागरकर और डॉ.पीपरे को देख भगवान स्वरूप उन पर फूल बरसाने लगे। इसे देख लग रहा था मानो कुछ पल के लिए समय रुक सा गया हो।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर रायपुर एम्स में कोरोना काल के बीच अपनी अतुलनीय योगदान दे रहे केरल के 57 व विजयवाड़ा के 7 स्वास्थ्य कर्मियों को उनके इच्छा के अनुरूप अपने घर भेजना था। जिनको 3 निजी बसों के माध्यम से भेजने कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक विकास उपाध्याय के अलावे कांग्रेस के तमाम बड़े नेता बसों को हरी झंडी दिखाने मौजूद थे। सामान्य दिनों की बात होती तो शायद ये मंजर देखने न मिलता पर रायपुर एम्स के चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने इस कोरोना काल मे जो अपनी प्राथमिकता साबित की है,उसे एक चमत्कार स्वरूप भगवान के रूप में देखा जा रहा है और इन कर्मियों को उनके घर भेजने की बात आई तो एक पालक की भाँति पूरे सम्मान के साथ उनके खाने, पीने की व्यवस्था के साथ पूरा कांग्रेस परिवार साथ मौजूद नजर आया। इसी बीच एक नजारा जो किसी को भी भावुक कर दे तब दिखा जब मौके पर मौजूद एम्स के डायरेक्टर डॉ नितिन नागरकर और डॉ. पीपरे को देख विधायक विकास उपाध्याय गुलाब के पंखुड़ियों को उनके ऊपर बरसाते हुए हाथ जोड़ कर उनका अभिवादन करने लगे। हमारे छायाकार ने इस पल को अपने कैमरे में तस्वीर के रूप में कैद कर  और भी यादगार बना दिया। वैसे तो विकास उपाध्याय जब विधायक नही थे तो भी एम्स में जरूरतमंद लोगों के सहायतार्थ लगातार मौजूद रहते रहे हैं पर अब एक जनप्रतिनिधि के नाते इस पुनीत कार्य को और भी अच्छे से कर पाने लोगों के बीच नजर आते हैं, नतीजन वहाँ के चिकित्सकों खास कर  डायरेक्टर के साथ रोज का मिलना जुलना होते रहता है। विकास उपाध्याय बताते हैं डॉ नितिन नागरकर और डॉ. पीपरे सही मायने में भगवान के अवतार हैं जो अपनी योग्यता व व्यवहार कुशलता से लोगों के चेहरे में मुस्कान लाने लगे रहते हैं। कठिन से कठिन बीमारी को ठीक करने का प्रयास करते हैं और इसी का नतीजा है कि ला इलाज कोरोना संक्रमण से ग्रसित लोगों को स्वस्थ करने पूरी तरह से सफल हैं, जो पूरे देश के लिए एक उदाहरण साबित हुआ है और कोरोना से अभी तक  एम्स में एक कि भी मृत्यु नही हुई है। ऐसा ही हर काल में यदि हमारे द्वारा इन जीवन रक्षकों चिकित्सकों का सम्मान किया जाते रहे तो शायद कोरोना काल के बाद हुआ बदलाव हमारे जीवन में एक नई उमंगों को जन्म देगा। एम्स के इस मौके पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन,कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल,चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता,शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश दुबे, ब्रजेश सतपथी, संदीप तिवारी और वेद प्रकाश कुशवाहा भी मौजूद थे।