रायपुर पुलिस फ्लाइट की टिकट के सुराग से पहुंच गई हत्यारे तक।रायपुर पुलिस का नाम भी अब देश के सशक्त टीम की श्रेणी में...
रायपुर(छत्तीसगढ़)।किसी भी पुलिस बल के लिए बुनियादी इनपुट उसके लोग और उसके संसाधन हैं। इन दोनों मोर्चों पर छत्तीसगढ़ की पुलिस बल भी संघर्ष कर रही है। कॉमन कॉज़ और सीएसडीएस टीम द्वारा गणना किए गए पुलिस पर्याप्तता सूचकांक के अनुसार, भारत के भीतर, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में भारत के सबसे अपर्याप्त पुलिस बल हैं। एक सर्वे के अनुसार दिल्ली,केरल और महाराष्ट्र की पुलिस सेवा अन्य राज्यों से अच्छी है।बावजूद छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली जिस तरह से मजबूत होते जा रही है और एक के बाद एक जटिल प्रकरण को अपने बुद्धिमत्ता से सुलझा रही है यह भविष्य के सशक्त होने का प्रमाण है।
पिछले दिनों राजधानी रायपुर के विधानसभा थाना पुलिस को 5 मार्च की देर रात सूचना मिलती है कि आमासिवनी इलाके के पुलिस कॉलोनी में एक पुलिस वाले की पत्नी की गला काटकर हत्या हो गई है। इस घटना का पता पड़ोसियों को तब चला, जब पत्नी ने पति का कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद पड़ोसियों ने घर जाकर देखा तो बाहर से ताला लटका हुआ था। पुलिस ताला तोड़कर जब घर के अंदर दाखिल हुई तो महिला की लाश जमीन में खून से लथपथ पड़ी हुई थी। मृतिका जॉली सिंह का पति शिशुपाल सिंह सुकमा पुलिस में पदस्थ है। वह डॉग हैंडलर का काम करता है। घटना की सूचना के बाद मृतिका का पति रायपुर पहुंचा। इसके अलावा परिवार वाले भी यूपी औरैया से रायपुर पहुंचे थे।
पुलिस लगातार हत्यारे की तलाश में जुटी हुई थी। आरोपी ने वारदात के बाद घर के दरवाजे पर बाहर से ताला भी लगा दिया। जिससे जल्दी किसी को शक न हो पाए। आरोपी ने महिला का गला काटने के बाद लाश को घर के अंदर घसीटा भी था। पुलिस को खून से सने निशान भी मिले थे। रायपुर के विधानसभा इलाके में घटित इस हत्याकांड की गुत्थी को रायपुर पुलिस ने अब सुलझा लिया है और पुलिस कर्मी की पत्नी की हत्या का खुलासा हो गया है। महिला की हत्या उसके बॉयफ्रेंड ने की थी। दोनों की पहचान सोशल मीडिया पर रील्स से हुई थी। हत्या के दिन बॉयफ्रेंड डिलीवरी बॉय बनकर पहुंचा था। जिससे उसे कोई पहचान न सके। इस मामले में पुलिस ने आरोपी जय सिंह उर्फ़ राहुल को UP से गिरफ्तार कर लिया है।
रायपुर पुलिस ने इस पूरे मामले का गुरुवार को खुलासा किया। जिसमें बताया कि आरोपी जय सिंह उर्फ राहुल की पहचान मृतका जॉली सिंह से 4 साल पहले हुई थी। दोनों सोशल मीडिया के टिकटॉक एप के जरिए मिले थे। ये दोनों साथ में मिलकर रील्स भी बनाया करते थे। यहीं से दोनों का अफेयर हो गया। आरोपी शादीशुदा है, तो वहीं जॉली अपने पति से अलग रहती थी।
आरोपी मूलतः उत्तर प्रदेश के भदोही जिले का रहने वाला है। वह मुंबई में एक प्राइवेट कंपनी में इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। घटना के पहले भी कई बार वह जॉली से मिलने फ्लैट में आया करता था। इस दौरान दोनों के बीच संबंध भी बने। जानकारी के मुताबिक, मृतिका आरोपी से शादी करना चाहती थी, लेकिन आरोपी शादीशुदा होने के चलते साफ इनकार कर देता था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, मर्डर के दिन आरोपी मुंबई से फ्लाइट में बैठकर रायपुर पहुंचा था। एयरपोर्ट से वो जॉली के घर पहुंचा। वहां पर दोनों के बीच शादी की बात को लेकर विवाद हुआ। तभी आरोपी ने गुस्से में जॉली को धक्का दे दिया। जिससे उसके सिर में चोट लग गयी। आरोपी ने अपने पास रखी कैंची से मृतका के गले में वार किया जिससे महिला को मौत हो गई।
आरोपी से पूछताछ में पता चला कि आरोपी जब भी रायपुर आता था। डिलीवरी बॉय के कपड़े पहनकर मृतका के घर के अंदर घुसता था। मृतिका पुलिस कॉलोनी में रहती थी, जिस वजह से आरोपी को डर था कि उसे कभी कोई रोक न ले। हत्या के दिन भी आरोपी ने डिलीवरी बॉय के कपड़े पहन रखे थे। इसी कपड़े के साथ वह सीसीटीवी में रायपुर और मुंबई के एयरपोर्ट में कैद हुआ था।
आरोपी हत्या करने के बाद आमासिवनी इलाके से रायपुर रेलवे स्टेशन तक बैटरी रिक्शा से पहुंचा। फिर वहां से उसने बिना टिकट पुरी-एलटीटी एक्सप्रेस में भुसावल तक गया। वहां से कमायनी एक्सप्रेस में अपने गांव भदोही पहुंचा। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि वह आगे नेपाल भागने के भी फिराक में था। पुलिस को इस हत्याकांड को सुलझाने में 9 दिन लग गए। पुलिस ने हत्या के बाद जब लाश के आसपास छानबीन की तो क्राइम सीन से पुलिस को मुंबई की फ्लाइट टिकट मिली। ये फ्लाइट टिकट हत्या के बाद हड़बड़ी में आरोपी की जेब से गिर गई थी।
फरार होने के बाद आरोपी ने मोबाइल फोन और किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूरी बनाकर रखी थी। इस वजह से उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो रही थी और आरोपी की गिरफ्तारी में वक्त लग रहा था। पुलिस ने फ्लाइट की टिकट से ही गुत्थी सुलझाई।