टी एस सिंहदेव के सरकार के खिलाफ बगावती विपक्ष के बोल...मोहन मरकाम ने का मैंने बयान नही पढ़ा ?
रायपुर। छत्तीसगढ़ के केबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव के बगावती बयान सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। इसे लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से जब प्रतिक्रिया जानना चाहा तो उन्होंने पूरी बात सुनने के बाद ये कह दिया कि मैं जब तक बयान नहीं पढ़ लेता कैसे प्रतिक्रिया दे सकता हूँ। सिंहदेव ने आज किसानों के अंतर राशि को लेकर इस्तीफे कि पेशकश कर सबको चौका दिया है। उन्होंने यह कहा है कि अगली फसल के पहले किसानों को अंतर की राशि की दूसरी किस्त देने के लिए कैबिनेट में तय सिमा अगली फसल के पहले प्रति क्विंटल अंतर की राशि किसानों के खाते में नहीं गया, तो वे इस्तीफा दे देंगे।
राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा जोरों पर है कि आखिर सिंहदेव का इस तरह का बयान आया क्यों? जबकि सरकार वायदे के मुताबिक तय सीमा में किसानों से संबंधित सभी कार्य कर रही है। किसानों की कर्ज माफी भी तय सीमा पर हुई। यहाँ तक कि सरकार द्वारा पेश किए गए बजट किसानों पर आधारित रहा है। अनुमान से ज्यादा रिकार्ड तोड़ धान की खरीदी कर भूपेश सरकार ने किसानों के हित में एक नया इतिहास रच दिया। केन्द्र सरकार ने समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया तो भी उसके बगैर मदत के किसानों को बोनस के अंतर की राशि देने सरकार ने "राजीव न्याय योजना" ला कर किस्तों में ये राशि जारी करने का निर्णय लिया और उसकी एक क़िस्त की राशि जारी भी हो गई है।
सोचने वाली बात है कि टी एस सिंहदेव ने ऐसे मुद्दे पर इस्तीफे की पेशकश की है जिसके लिए अभी काफी समय है। यह तब और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, जब सरकार ने यह निर्णय लिया और समय सीमा तय की, उस केबिनेट की बैठक में वे स्वयं उपस्थित थे। तो ऐसी कौन सी बात हो गई कि उनको अब अपने ही सरकार पर भरोसा नही रह गया। टी एस सिंहदेव ने ऐसा कर सीमित संख्या में सिमट कर रह गई विपक्ष को सरकार के खिलाफ बोलने हवा दे दी है।