कभी राहुल गांधी को बेवकूफ कहने वाले तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर आज राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस नेताओं से भी ज्यादा हैं मुखर
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व असम राज्य के प्रभारी विकास उपाध्याय ने हिमंता बिस्वा सरमा के राहुल गांधी पर टिप्पणी को पूरी तरह से अमर्यादित करार देते हुए कहा, इससे यह बात स्पष्ट हो गई है कि पूरी भाजपा राहुल गांधी से डर रही है
तेलंगाना।असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक टिप्पणी के लिए चौतरफा आलोचना हो रही है। हिमंता बिस्वा सरमा ने उत्तराखंड में 11 फ़रवरी को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।जिसे लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पूरी बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर पूछा है- क्या यही हिन्दू धर्म है?
आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा था, ''राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था। अरे भाई आप कौन से पिता के बेटा हैं, हमने कभी प्रमाण मांगा है क्या? मेरे सैनिक से सबूत मांगने का क्या अधिकार है। क्या आपका बिपिन रावत पर भरोसा नहीं था? जब सेना ने कह दिया कि सर्जिकल स्ट्राइक किया तो मान लो किया है। मैंने इस बात का कभी सबूत नहीं मांगा कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं।'' हिमंता बिस्वा सरमा के इस इस बयान के बाद शनिवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने असम के मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए पीएम मोदी से सवाल पूछे थे। केसीआर ने कहा था, ''प्रधानमंत्री मोदी जी, क्या यही बीजेपी का संस्कार है? क्या हमारा यही हिन्दू धर्म है? क्या हमारे देश की यही मर्यादा है? आपका मुख्यमंत्री पूछ रहा है कि किस बाप से पैदा हुए। मेरा सिर शर्म से झुक रहा है। मेरी आँखों में पानी आ रहा है। ये अच्छी बात नहीं है।''
केसीआर ने कहा, ''यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है। एक सांसद के बारे में आपका मुख्यमंत्री क्या यह पूछ सकता है कि किस बाप से पैदा हुए? क्या हमारा यही संस्कार है? क्या महाभारत, रामायण, गीता और वेद से हमें यही सिखाया गया है? हिन्दू धर्म को बेचकर उसके नाम पर वोट कमाने वाले, आप गंदे लोग हो। नड्डा जी क्या हमारा यही संस्कार है? अगर धर्म को मानते हो तो उस मुख्यमंत्री को बर्खास्त करो। क्या देश में ऐसा मुख्यमंत्री हो सकता है? सहनशीलता की भी एक सीमा होती है।''
गौरतलब हो कि हिमंता बिस्वा सरमा कांग्रेस से ही बीजेपी में साल 2015 में आए थे।इसके बाद सरमा आए दिन राहुल गांधी की सोशल मीडिया पर आलोचना करते रहते हैं। 2018 में राहुल गांधी को केसीआर ने भी देश का सबसे बड़ा बेवकूफ़ कहा था। हिमंता बिस्वा सरमा की टिप्पणी की राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत सिंह ने भी आलोचना की है। जयंत सिंह ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ''असम के मुख्यमंत्री ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। समय-समय पर भाजपा के नेताओं को दातुन से मुंह तो धो लेना चाहिए!'' इतना ही नहीं भाजपा के इस मुख्यमंत्री की टिप्पणी को लेकर सर्वत्र आलोचना हो रही है।लोग हिमंता बिस्वा सरमा के इस तरह के टिप्पणी को उनके घमंड के रूप में देख रहे हैं।
भाजपा के नेता राहुल गांधी से घबरा गए हैं:विकास उपाध्याय
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व असम राज्य के प्रभारी विकास उपाध्याय ने हिमंता बिस्वा सरमा के राहुल गांधी पर टिप्पणी को पूरी तरह से अमर्यादित करार देते हुए कहा, इससे यह बात स्पष्ट हो गई है कि पूरी भाजपा राहुल गांधी से डर रही है और भाजपा के नेता घबराहट में इस तरह की टिप्पणी कर अपने स्वयं को अपमानित करने उतारू हैं।भाजपा अब मुद्दाविहीन हो चुकी है और अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। भाजपा से अब हिन्दुत्व का मुद्दा भी छीन चुका वह 5 राज्यों के चुनाव में अपनी हार को करीब से देख रही है। यही वजह है कि कभी प्रधानमंत्री मोदी तो कभी हिमंता बिस्वा सरमा जैसे नेता राहुल गांधी को निशाने में लेकर यह प्रमाणित कर रहे हैं कि उन्हें सिर्फ राहुल गांधी से चुनौती मिल रही है।