कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय तेल के बढ़ते दामों का विरोध करने ट्रक एसोसिएशन के साथ मिल कर सीधे भारी भरकम ट्रक को ही खींच सबको चौका दिया।
रायपुर। पूरे देश में पेट्रोल-डीजल के मूल्यों में प्रतिदिन हो रही वृद्धि को लेकर आज रायपुर में कांग्रेस के प्रदर्शन के बीच कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने भारी भरकम ट्रक को ही कार्यकर्ताओं के साथ खींच कर
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर तेल के बढ़ते दामों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन आज भी जारी रहा।आज प्रदर्शन के बीच रायपुर पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय ने एक भारी भरकम ट्रक को खींचकर अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। जो लोगों के बीच भारी चर्चा का विषय बना रहा। अंतराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट होने के बावजूद केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि की जा रही हैं, ये वही मोदी की भाजपा सरकार है, जो विपक्ष में रहते हुए इनके मंत्री राजनाथ सिंह,नितिन गडकरी,स्मृति ईरानी और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह,सुनील सोनी,बृजमोहन अग्रवाल,राजेश मूणत,अजय चंद्राकर शहर में साईकल लेकर विरोध प्रदर्शन करते थे। आखिर वे सब आज कहाँ छुप गए। इसी का विरोध करने ट्रक एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर विधायक विकास उपाध्याय ने आज अनोखा प्रदर्शन कर भाजपा के लोगों को याद दिलाने ट्रक को खींचते हुए बूढ़ापारा धरना स्थल पहुँचे। विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में हो रही बढ़ोत्तरी के कारण ट्रक मालिकों में भारी आक्रोश है और इतने महंगे दामों पर पेट्रोल-डीजल डलवाकर अपनी ट्रक को चलाने में वे असमर्थ नज़र आ रहे हैं। इस बात को लेकर रायपुर पश्चिम टाटीबंध क्षेत्र के ट्रक एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और साथ मिलकर ट्रक को खींचकर विरोध प्रदर्शन किया गया। विधायक ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के कारण आम जनता के जेब में केंद्र की मोदी सरकार डाका डालने का काम कर रहीं है और यह सब जानते हैं कि डीजल के दामों में वृद्धि होने से परिवहन का खर्च बढ़ता हैं जिससे खाने पीने की जरूरी चीजें,कपड़ा,दवाइयां सहित अन्य दैनिक जीवन की वस्तुएं महंगी होंगी। जिससे महंगाई बढ़ेगी। उन्होंने कहा जिस प्रकार किसानों की फसलों के खरीदी ना होने पर आत्महत्या करते थे आज वही स्थिति ट्रांसपोर्टरों की है,जो अपने गाड़ियों में डीजल डलवाने में असर्मथ नज़र आ रहे हैं और केंद्र की मोदी सरकार द्वारा उनके लिये आत्महत्या की स्थिति निर्मित की जा रही है।