विपक्ष के निशाने पर रहे RSS और मोहन भागवत के डीपी में भी लगा तिरंगा। हालांकि भागवत ने अब तक खुद नहीं किया कोई ट्वीट...

विपक्ष के निशाने पर रहे RSS और मोहन भागवत के  डीपी में भी लगा तिरंगा। हालांकि भागवत ने अब तक खुद नहीं किया कोई ट्वीट...

नई दिल्ली।भारत आज़ादी की 75वीं सालगिरह का जश्न मना रहा है। इस जश्न को 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' नाम दिया गया है।इस मौके पर भारत सरकार ने 'हर घर तिरंगा' अभियान की शुरुआत का एलान किया है।इस अभियान के तहत सरकार 13-15 अगस्त के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर पर तिरंगा फहराने का आग्रह किया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले अपील की थी कि लोग डीपी में तिरंगा लगाएं।बावजूद RSS प्रमुख ने अपना डीपी नहीं चेंज किया था और इसके चलते वे लगातार विपक्ष के निशाने पर रहे।अंततः आज स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और इसके प्रमुख मोहन भागवत ने अपने सोशल मीडिया डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) में तिरंगा लगा कर पीएम के आग्रह को मान लिया है।

भारत की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले अपील की थी कि लोग डीपी में तिरंगा लगाएं। इसके बाद पीएम समेत कई मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, विपक्षी नेताओं और आम लोगों ने दो अगस्त से ही अपनी डीपी पर तिरंगे की फोटो लगानी शुरू कर दी थी। हालाँकि, आरएसएस और संगठन प्रमुख मोहन भागवत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट की तस्वीर नहीं बदली थी, जिसकी वजह से विपक्ष ने आरएसएस और बीजेपी को निशाने पर लिया था।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अपना ध्वज भगवा है और तिरंगे के प्रति आरएसएस के नज़रिए को लेकर सवाल उठते रहे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने तंज़ कसते हुए कहा था कि जो लोग आज 'हर घर तिरंगा' का नारा लगा रहे हैं, वे उस 'देशद्रोही संगठन' से हैं जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा फहराने से इनकार किया।छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने तो बाकायदा इसे लेकर संघ और बीजेपी को निशाने पर ही ले लिया था।मरकाम के इस कथन को मीडिया ने भी खुब तव्वजो दी और वे चर्चा में बने रहे।

आज अभियान के पहले दिन संघ के सोशल मीडिया अकाउंट पर डीपी बदलने के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, "सप्ताह भर से बने भारी दबाव के बाद आख़िरकार आरएसएस ने प्रोफ़ाइल पिक्चर में तिरंगा लगाया।" हालांकि आलोचनाओं पर पलटवार करते हुए आरएसएस ने शनिवार सुबह एक वीडियो भी ट्वीट किया, जिसे मोहन भागवत की अलग-अलग मौकों पर तिरंगा फ़हराती तस्वीरों को मिलाकर बनाया गया है। वहीं समाचार लिखे जाने तक मोहन भागवत के अकाउंट की तस्वीर में तिरंगा लगाया गया है लेकिन इससे अभी तक कोई ट्वीट नहीं किया गया है। जहाँ सभी बीजेपी नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में तिरंगे की तस्वीर लगाई है तो वहीं, कांग्रेस नेताओं ने पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू की तिरंगा हाथ में लिए फ़ोटो लगाई है।