राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस का पूरे देश भर में 'संकल्प सत्याग्रह',कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे,प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस नेताओं के तीखे सवाल...

राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस का पूरे देश भर में 'संकल्प सत्याग्रह',कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे,प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस नेताओं के तीखे सवाल...

नई दिल्ली।कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद पार्टी क्रमबद्ध तरीके से बीजेपी को घेर रही है। कांग्रेस पार्टी आज रविवार को भी पूरे जोर-शोर से दिल्ली से लेकर पूरे देश में मैदान में उतरी और 'संकल्प सत्याग्रह' किया।इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,प्रियंका गांधी,अशोक गहलोत से लेकर तमाम बड़े नेताओं ने तीखे सवाल दागे।कांग्रेस इसी तरह से इस मौके को भुनाने में सफल हो गई तो बीजेपी और मोदी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है।राहुल गांधी पर की गई कार्यवाही से कांग्रेस को फायदा ही हो रहा है।राहुल गांधी जिस तरह से पिछले कुछ सालों से मोदी और केन्द्र सरकार पर सवाल उठा रहे हैं वह किसी मंजे हुए राजनीतिज्ञ की तरह एक सुलझे हुए नेता की रही है।

राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के विरोध में कांग्रेस अब पूरे देश में आक्रामक होते जा रही है और होना भी चाहिए। राम मंदिर के निर्माण पर जब न्यायालय का फैसला आया, तो बीजेपी ने कभी नहीं कहा कि यह न्याय पालिका की वजह से संभव हो पाया बल्कि वह यही कहते अपनी राजनीतिक रोटी सेंकती रही कि राम मंदिर बीजेपी की वजह से है और राम मंदिर का निर्माण मोदी कर रहे हैं,ऐसे में राहुल गांधी पर अदालती फैसले को कैसे सिर्फ न्यायालयीन समझ लिया जाए।आपको याद दिला दें कि अरुण जेटली ने संसद में कहा था कि जजों को मिलने वाला किसी भी तरह का लाभ उनके अगले या पिछले फ़ैसलों से जुड़ा हो सकता है।इसे आप राहुल गांधी के फैसले से जोड़ सकते हैं।

आज कांग्रेस के 'संकल्प सत्याग्रह' से एक बात तो तय हो गया है कि कांग्रेस अब इस मुद्दे को मतदाताओं तक ले जाने की रणनीति के तहत काम कर रही है।दिल्ली में आज इस दौरान पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत, पी चिदंबरम, जयराम रमेश, सलमान खुर्शीद, प्रमोद तिवारी और मुकुल वासनिक समेत तमाम बड़े नेता दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर जमा हुए।वहीं देश भर में संगठन के नेताओं ने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में इसका नेतृत्व कर भाजपा को निशाना बनाया और अडानी से लेकर देश के भगौड़ों को बीजेपी और मोदी का संरक्षण होने की बात कही गई।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "क्या नीरव मोदी ओबीसी हैं? क्या मेहुल चोकसी ओबीसी हैं? क्या ललित मोदी ओबीसी हैं? वे भगोड़े हैं।सिर्फ ढाई साल में अगर अडानी 12 लाख करोड़ रुपए कमाता है तो पूछना जरूरी है। यह पैसा आया कहां से? ये पैसा किसने दिया? खड़गे ने कहा, राहुल गांधी ने सिर्फ काला धन लेकर भागे इन भगोड़ों का मुद्दा उठाया है। कांग्रेस देश भर में ऐसे सैकड़ों प्रदर्शन करेगी। हम बोलने की आजादी को बरकरार रखने के लिए लड़ेंगे। मैं राहुल के साथ खड़े होने के लिए सभी विपक्षी दलों को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा,राहुल गांधी ने एक भाषण दिया जिसके चलते उन्हें सजा हुई लेकिन मोदी जी ने तो न जाने कितने भाषण गांधी परिवार और कांग्रेस के खिलाफ दिए उन पर तो कब का मानहानि का केस लगाकर सबक देना चाहिए था।

दिल्ली के राजघाट पर सबसे तीखे तेवर कांग्रेस महासचि व  प्रियंका गांधी के थे। उन्होंने कहा,संसद में मेरे पिता का अपमान किया गया। मेरे भाई को मीर जाफ़र जैसा नाम दिया गया। आपके मंत्रियों ने संसद में मेरी मां का अपमान किया। आपके एक सीएम ने कहा कि राहुल गांधी नहीं जानते कि उनके पिता कौन हैं, लेकिन ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इन पर तो कोई केस नहीं होता, आपकी सदस्यता रद्द नहीं होती।आगे उन्होंने कहा, बीजेपी वाले 'परिवारवाद' की बात करते हैं। मैं पूछना चाहती हूं कि भगवान राम कौन थे। क्या वो 'परिवारवादी' थे या पांडव परिवारवादी थे। उन्हें सिर्फ इसलिए परिवारवादी कहा जाना चाहिए कि उन्होंने अपने परिवारों की संस्कृति के लिए लड़ाई लड़ी थी।

प्रियंका ने कहा,हमें इसलिए शर्मिंदा किया जाना चाहिए क्योंकि हमारे परिवार ने इस देश के लोगों के लिए लड़ाई लड़ी है।मेरे परिवार ने इस देश के लोकतंत्र को खून से सींचा है। उन्होंने कहा,''राहुल गांधी ने दुनिया के दो सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में हार्वर्ड और कैंब्रिज से पढ़ाई की लेकिन उन लोगों ने उन्हें 'पप्पू' कहना शुरू कर दिया। लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि राहुल पप्पू नहीं हैं। वो ईमानदार हैं और आम लोगों से जुड़े मुद्दों की समझ रखते हैं।प्रियंका गांधी ने मीडिया को भी नसीहत देते हुए ज़िम्मेदारी निभाने को कहा।

राजस्थान के मुख्यमंत्री और पार्टी के सीनियर नेता अशोक गहलोत का कहना था कि मोदी सरकार 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल की लोकप्रियता से डर गई है।उन्होंने कहा,जब "भारत जोड़ो यात्रा" निकाली जा रही थी और राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ रही थी तो उस दौरान बीजेपी ने उन्हें कमजोर करने के इरादे से साजिश रची। उनके पास तो साजिश का एक पूरा इतिहास है।वो अडानी पर लगाए गए आरोपों और सवालों का कोई जवाब नहीं दे पाए।

देश भर के कई दूसरे राज्यों में भी कांग्रेस नेताओं ने 'संकल्प सत्याग्रह' के दौरान धरना प्रदर्शन किया।तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, अगर संसद में मुख्य विपक्षी दल को न बोलने दिया जाए तो क्या हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा होगा? खास कर तब जब हमारे यहां एक ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो कहते रहते हैं भारत लोकतंत्र की जननी हैं।