छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया
बिलासपुर, शनिवार की शाम 7.30 बजे पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी को राजकीय सम्मान के साथ गौरेला स्थित कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया।
शनिवार की शाम 7.30 बजे पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी को राजकीय सम्मान के साथ गौरेला स्थित कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया।
अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़
गौरेला के जोगी निवास से उनकी अंतिम यात्रा प्रारंभ हुई। पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। पुलिस व जिला प्रशासन ने भी समर्थकों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए कड़ाई करना छोड़ दिया था। पूरे समय कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह भी आला अफसर से लेकर पुलिस के जवान देते रहे।
ईसाई रीति रिवाज से राजकीय सम्मान के साथ जोगी का हुआ अंतिम संस्कार
शाम को गौरेला के ग्रेवी यार्ड में ईसाई रीति रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार से पहले स्व जोगी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उनके पार्थिव देह से लिपटा तिरंगा हटाया गया। तिरंगा हटाने के बाद अंतिम संस्कार की रस्म शुरू हुई।
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री जोगी का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से पैतृक गांव ले जाया गया
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री जोगी का शुक्रवार को 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। शनिवार को उनका पार्थिव देह बिलासपुर के मरवाही सदन पहुंचा। यहां आमजन के दर्शन के लिए रखा गया था। इसके बाद पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से जोगी के पैतृक गांव जोगीसार ले जाया गया। इस दौरान उनके पुत्र व मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी के साथ परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ही खाद्य मंत्री अमरजीत भगत,आबकारी मंत्री कवासी लखमा,नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिव डहरिया,लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह, युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचन्द्र पाढ़ी, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, आदि उपस्थित रहे।