सरकार का वह आदेश आज खुशियाँ लेकर आया है जब फिर से लाखों छात्र घर बैठे परीक्षा देंगे
रायपुर (छत्तीसगढ़)। विश्व भर में कोरोना का कहर कई मौके लेकर आया है, उसमें सबसे महत्वपूर्ण जो है शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर चर्चा में बने रहा। पिछले कई सालों से जहाँ स्कूल, कॉलेज बन्द हैं, वहीं समय-समय पर सरकार इसे खोलने भी पहल करते रही। यहाँ तक कि स्कूली शिक्षा में दसवीं एवं बारहवीं के छात्र-छात्राएँ स्कूल में उपस्थित होकर ऑफलाईन मोड पर परीक्षा दे रहे हैं वहीं महाविद्यालय के छात्र लगातार इस बार भी घर में बैठकर फिर से परीक्षा देंगे। बताया जा रहा है कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में इस वर्ष इस उम्मीद में लगभग 30,000 विद्यार्थी अतिरिक्त ऑनलाईन आवेदन कर परीक्षा में सम्मिलित होने का आवेदन दिया है।
छत्तीसगढ़ शासन ने आज अंततः इस आशय के आदेश जारी कर दिये हैं कि इस बार भी महाविद्यालयीन परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थी ऑनलाईन परीक्षा में सम्मिलित होकर घर बैठे परीक्षा देंगे। ज्ञातव्य हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार इस प्रयास में लगे रहा कि इस वर्ष ऑफलाईन के माध्यम से परीक्षाएँ आयोजित हों, परन्तु कांग्रेस के ही एक संगठन एनएसयूआई ने राजधानी रायपुर से लेकर जगदलपुर तक आंदोलन के माध्यम से यह कहा कि जैसी पढ़ाई वैसी परीक्षा और लगातार ऑनलाईन के माध्यम से परीक्षा आयोजित करने दबाव बनाया हुआ था। जिसे संज्ञान में लेते हुए कोविड-19 के कुछ कण्डिका का उल्लेख करते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने आज आदेश जारी कर विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया है कि इस वर्ष परीक्षाओं में सम्मिलित विद्यार्थियों की परीक्षा ऑनलाईन आयोजित किया जाए। इस आदेश के बाद पूरे प्रदेश में विद्यार्थियों के बीच उत्सव का माहौल है।
सामान्यतः यह देखा जाता है कि परीक्षा के वक्त विद्यार्थी तनाव में रहते हैं, परन्तु अब कुछ सालों से ऐसा हो रहा है कि विद्यार्थी तनावमुक्त होकर घर बैठे परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं और कोई फेल भी नहीं हो रहा है। इस वर्ष कोरोना के प्रकरण शून्यता की ओर होने से उम्मीद की जा रही थी कि परीक्षा केन्द्रों में विद्यार्थियों को सम्मिलित होना पड़ेगा, परन्तु शासन के आज एक आदेश ने लाखों विद्यार्थियों के लिए खुशियाँ लेकर आ गई। आदेश में कहा गया है कि इस आदेश के परिपालन में विश्वविद्यालय कार्यपरिषद् की आपात बैठक बुलाकर आदेश कर अनुमोदन करें और इस आशय के आदेश जारी करें। गौरतलब हो कि इस वर्ष सिर्फ रविशंकर विश्वविद्यालय में ही 30,000 से भी ज्यादा अतिरिक्त आवेदन आये हैं और बताया जा रहा है इसी तरह की वृद्धि प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी हुई होगी। फिलहाल इस आदेश के बाद विद्यार्थियों के बीच जबरदस्त उत्साह है एवं बहुत जल्द ऑनलाईन परीक्षा में सम्मिलित होने समय-सारणी घोषित कर दी जाएगी।