मेरी भूमिका क्या होगी वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तय करेंगे:राहुल गांधी

मेरी भूमिका क्या होगी वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तय करेंगे:राहुल गांधी

नई दिल्ली।कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में सोमवार को छठी बार पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ। पार्टी की कमान अधिकांश समय गांधी परिवार के हाथ में रही है या तो सर्वसम्मति से अध्यक्ष का चुनाव होता आया है।आज मतगणना के पश्चात कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के नतीजों का औपचारिक ऐलान हो गया और मल्लिकार्जुन खड़गे अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।गांधी परिवार से इतर इस बार अध्यक्ष की भूमिका कितना अलग होगा यह तो भविष्य के गर्त में है, लेकिन शशि थरूर को मिले वोट भी कई मायने में अहम है।उन्होंने ट्वीट कर अपने समर्थकों का शुक्रिया अदा किया है,तो राहुल गांधी ने कर्नाटक में कहा कि मेरी भूमिका क्या होगी वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अब तय करेंगे।

इसी माह 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था। इस पद के लिए शशि थरूर का मुक़ाबला मल्लिकार्जुन खड़गे से था। जिसके मतों की गणना आज तय तिथि पर हुई और इसमें खड़गे को 7897 वोट मिले हैं, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को करीब 1 हजार 72 वोट मिले हैं।इसके साथ ही मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष बन गए हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत के बाद दिल्ली में एआईसीसी कार्यालय के बाहर जश्न का माहौल है। बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता कार्यालय पहुंच रहे हैं।छत्तीसगढ़ से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रभारी महामंत्री अमरजीत चांवल,सुबोध हरितवाल एक दिन पहले ही दिल्ली पहुंच गए थे।जिन्होंने नए अध्यक्ष खड़गे से मुलाकात कर बधाई दी है।

इस पद के लिए खड़गे के प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर ने बयान जारी कर उन्हें बधाई दी है। थरूर ने ट्वीट किया, "कांग्रेस का अध्यक्ष बनना बड़ा सम्मान और ज़िम्मेदारी है। मैं मल्लिकार्जुन खड़गे जी के इस काम में सफल होने की कामना करता हूं। एक हज़ार से अधिक सहयोगियों का समर्थन पाना मेरे लिए अहम था।"

शशि थरूर ने बयान जारी कर कहा है कि करीब 9500 डेलीगेट्स ने पार्टी अध्यक्ष के लिए चुनाव में मतदान किया था। आज मल्लिकार्जुन खड़गे के पक्ष में फैसला आया है।मैं उन्हें जीत पर बधाई देता हूं। कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में सोमवार को छठी बार पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ।पार्टी की कमान अधिकांश समय गांधी परिवार के हाथ में रही है या तो सर्वसम्मति से अध्यक्ष का चुनाव होता आया है।