गौतम अदानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों और नरेंद्र मोदी से 'दोस्ती' को लेकर क्या कहा की खुब हो रही है चर्चा...
दिल्ली। अदानी समूह के प्रमुख गौतम अदानी अक्सर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के निशाने पर रहते हैं,परंतु अदानी का अब तक राहुल गांधी को लेकर कभी कोई जवाब सुनने को नहीं मिला और आज जब एक चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों और नरेंद्र मोदी से 'दोस्ती' को लेकर उन्होंने कहा सोशल मीडिया पर चर्चा होना शुरू हो गया। अदानी ने अपने पूरे इस इंटरव्यू में बहुत ही शालीनता से अपनी बात कही। यहां तक कि अदानी ने कहा, "उन्हीं (राहुल गांधी) की वजह से लोग अदानी नाम जानने लगे हैं।" आइए जानते हैं पूरी बात...।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बीते काफ़ी समय से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए 'अदानी समूह' के साथ प्रधानमंत्री की 'दोस्ती' का ज़िक्र करने से नहीं चुकते और उन्हें 'कठघरे' में खड़ा करने की कोशिश करते हैं।परंतु इन आरोपों पर गौतम अदानी ने पहली बार जवाब देते हुए कहा कि वो राहुल गांधी का 'सम्मान करते हैं' और उनके बयान को 'राजनीतिक बयानबाज़ी' मानते हैं।निजी समाचार चैनल 'इंडिया टीवी' से बातचीत में गौतम अदानी ने कहा, "2014 के चुनाव के बाद लगातार राहुल जी हमारे पर हमले किए हैं, उससे आप लोगों को भी अदानी कौन है, ये जानने का मौका मिला और उसकी वजह से आज मैं यहां (इंटरव्यू देने के लिए स्टूडियो में) हूं।"
राहुल गांधी पर गौतम अदानी के बयान को लेकर कई लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोग अदानी के सेंस ऑफ़ ह्यूमर' की तारीफ़ कर दिए जवाब की तारीफ़ भी कर रहे हैं। बता दें कि राहुल गांधी कई बार ये आरोप लगा चुके हैं कि केंद्र सरकार ने 'देश के ग़रीबों का पैसा देश के दो सबसे बड़े कारोबारी (अदानी और अंबानी) समूहों को दे दिया है। 'भारत जोड़ो यात्रा' जब दिल्ली पहुंची तो लाल किले पर राहुल गांधी ने एक बार फिर ये दोहराया की, 'केंद्र में मोदी नहीं बल्कि अंबानी-अदानी की सरकार' है। इन आरोपों पर जब गौतम अदानी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। मुझे लगता है कि एक कारोबारी के तौर पर मैं उनके बारे में कोई टिप्पणी करूं वो अच्छा नहीं है। वो एक सम्मानीय नेता हैं और मैं देखता हूं कि वो भी देश की प्रगति चाहते हैं।"अदानी ने यह भी कहा की "राजनीतिक आवेश में उनका एक बयान आ जाता है लेकिन मैं उसको पोलिटिकल बयानबाज़ी से ऊपर नहीं लेता हूं।"
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उन्होंने कहा, 'मोदी जी से आप कोई निजी मदद नहीं ले सकते हैं। लेकिन मोदी के साथ उनका अनुभव अच्छा रहा है।राहुल गांधी ने बीते साल फ़रवरी में ये कहा था, मोदी सरकार ने हिंदुस्तान के सारे पोर्ट्स, सारे एयरपोर्ट्स, सारी गैस, सारी माइनिंग, सारी ग्रीन एनर्जी सब गौतम अडानी को दे दिया। राहुल गांधी ये भी आरोप लगाते रहे हैं कि अदानी समूह इन्फ़्रास्ट्रक्चर के अलग-अलग प्रोजेक्ट में जो पैसा लगा रहा है, वो सब सरकारी बैंकों से लिया गया कर्ज़ है।गौतम अदानी से ये भी पूछा गया कि उनपर दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज़ है और वो जनता के पैसों से अपने कारोबार को बढ़ा रहे हैं। उन्होंने इस पर भी अपना पक्ष रखा और ऐसे दावों को 'ग़लत' बताया। कांग्रेस शासित राजस्थान में 68 हज़ार करोड़ रुपये निवेश से जुड़े सवाल पर गौतम अदानी ने कहा कि निवेश के मामले में 'राहुल गांधी ने तारीफ़ की थी।' उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कि राहुल गांधी की नीति विकास के ख़िलाफ़ नहीं है। एक होती है राजनीतिक बयानबाज़ी और एक होता है सच्चा आरोप। जनता को तय करने दीजिए की सच्चाई क्या है।" अदानी समूह की क़ामयाबी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ होने के सवाल पर अदानी का कहना था कि ऐसे बयान सिर्फ़ वो लोग देते हैं जिन्हें 'मोदी से परेशानी है।