प्रधानमंत्री संग्रहालय : नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम अब बदल गया, अब सभी पीएम के योगदान की झलक एक ही जगह ...देखिए तस्वीरों में

प्रधानमंत्री संग्रहालय : नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम अब बदल गया, अब सभी पीएम  के योगदान की झलक एक ही जगह ...देखिए तस्वीरों में

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दिल्ली में प्रधानमंत्री म्यूजियम का उद्घाटन कर नेहरू मेमोरियल का नाम बदल दिया है। म्यूजियम को तीन मूर्ति भवन में बनाया गया है। उद्घाटन से पहले मोदी ने म्यूजियम का पहला टिकट भी खरीदा।इस संग्रहालय के जरिए देश की आजादी के बाद बने प्रधानमंत्रियों के योगदान के बारे में बताया जाएगा। 271 करोड़ की लागत से बने इस संग्रहालय में पं. नेहरू के सामने पीएम मोदी की फोटो,लगाई गई है।

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्रहालय का शुभारंभ किया। पहले इस संग्रहालय को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम के नाम से जाना जाता था। आज से इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय हो गया है।बता दें कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियम को प्रधानमंत्री संग्रहालय में बदलने की मंजूरी 2018 में केंद्र सरकार ने दी थी। पहले इसमें देश के पहले प्रधानमंत्री पं. नेहरू से जुड़ी यादें सहेजकर रखी गई थी। अब इसमें देश के सभी 14 प्रधानमंत्रियों के बारे में जानकारी है। इस संग्रहालय की लागत करीब 271 करोड़ रुपये आई है। संग्रहालय में दो ब्लॉक हैं। इनका  कुल क्षेत्रफल 15,600 वर्ग मीटर में है। 

इस संग्रहालय के लिए प्रधानमंत्रियों से जुड़ी जानकारी दूरदर्शन, फिल्म डिवीजन, संसद टीवी, रक्षा मंत्रालय, मीडिया हाउस (भारतीय और विदेशी), प्रिंट मीडिया, विदेशी समाचार एजेंसियों, विदेश मंत्रालय के तोशाखाना आदि संस्थानों से जुटाई गई है। पूर्व पीएम के बारे में बहुमूल्य जानकारी जुटाने के लिए उनके परिवारों से भी संपर्क किया गया था।पीएम संग्रहालय भारत के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान के निर्माण तक की भी कहानी बताएगा। इसके साथ ही इसमें बताया गया है कि कैसे हमारे प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों से देश को उबारा और देश की चौतरफा प्रगति सुनिश्चित की। संग्रहालय भवन का डिजाइन उभरते भारत की कहानी से प्रेरित है। इसे नेताओं के हाथों का आकार दिया गया है। डिजाइन में टिकाऊ और ऊर्जा संरक्षण के इंतजाम किए गए हैं।  

इस संग्रहालय स्थल की खास बात जो है, नवनिर्मित पीएम संग्रहालय परिसर में किसी भी पेड़ को काटा या प्रत्यारोपित नहीं किया गया है। इमारत का लोगो राष्ट्र और लोकतंत्र का प्रतीक चक्र धारण करने वाले भारत के लोगों के हाथों का प्रतिनिधित्व करता है।प्रधानमंत्री संग्रहालय में युवाओं को सूचना आसान और रोचक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी-आधारित संचार सुविधाओं का इंतजाम किया गया है। प्रदर्शनी को अत्यधिक इंटरैक्टिव बनाने के लिए होलोग्राम, वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी, मल्टी-टच, मल्टी-मीडिया, इंटरेक्टिव कियोस्क, कम्प्यूटरीकृत काइनेटिक मूर्तियां, स्मार्टफोन एप्लिकेशन, इंटरेक्टिव स्क्रीन आदि लगाई गई हैं। 

पीएमओ के मुताबिक संग्रहालय में कुल 43 गैलरी हैं। प्रधानमंत्री संग्रहालय में सभी प्रधानमंत्रियों की संग्रहणीय वस्तुएं रखी गई हैं। साथ ही उनके उपयोग की निजी वस्तुएं और उनके भाषण भी रखे गए हैं। इस संग्रहालय में विशेष रूप से भारत के युवाओं के लिए जानकारी दी गई है और उसे आसान, रोचक और व्यापक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है। संग्रहालय में सभी प्रधानमंत्रियों की तस्वीर लगाई गई है। इसमें पं. जवाहर लाल नेहरू के ठीक सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर है।