'अमर जवान ज्योति' को बुझा कर मोदी सरकार 70 के दशक के इतिहास को मिटा कर अपने 7 साल के इतिहास को बनाये रखना चाहती है- विकास उपाध्याय
रायपुर। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने दिल्ली में इंडिया गेट पर पाँच दशकों से जल रही 'अमर जवान ज्योति' को बुझा कर अन्यत्र इसे जलाने के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मोदी सरकार इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है और अपने सात साल के कार्यकाल को इतिहास बनाना चाहती है। उन्होंने आव्हान किया है कि इसका पूरे देश भर में विरोध होना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा,मोदी सरकार के इंडिया गेट पर 70 के दशक से जल रही अमर रायपुर। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने दिल्ली में इंडिया गेट पर पाँच दशकों से जल रही 'अमर जवान ज्योति' को बुझा कर अन्यत्र इसे जलाने के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मोदी सरकार इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है और अपने सात साल के कार्यकाल को इतिहास बनाना चाहती है। उन्होंने आव्हान किया है कि इसका पूरे देश भर में विरोध होना चाहिएजवान ज्योति को बुझा कर पूरे विश्व को गलत संदेश दिया है। भाजपा ऐसा कर देश के इतिहास को मिटाना चाहती है।उन्होंने कहा,अमर जवान ज्योति की स्थापना दिसंबर 1971 में राजपथ पर इंडिया गेट के पास हुई थी और 26 जनवरी 1972 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसक उद्घाटन किया था।इंडिया गेट 1931 में उन भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था जो ब्रिटिश शासनकाल में सेना के साथ जंग लड़ते हुए मारे गए थे। जिसे देखने विश्व भर से लोग आते हैं और भारत की इतिहास को याद करते हैं।
विकास उपाध्याय ने कहा प्रधानमंत्री मोदी को उस इतिहास से ज्यादा दिलचस्पी अपने सात साल के इतिहास को कायम रखने में है।यही वजह है कि अपने कार्यकाल में निर्मित राष्ट्रीय समर स्मारक जिसका उद्घाटन मोदी ने 25 फ़रवरी 2019 को की थी, उस जगह पर अमर जवान ज्योति को ले जा रहे हैं। विकास उपाध्याय ने कहा,हिंदुस्तान के गौरवशाली इतिहास में भाजपा या उनके नेताओं का कभी कोई योगदान नहीं रहा यही वजह है कि अमर जवान ज्योति जो 3,483 बहादुर सैनिकों का सम्मान करती है के सम्मान को मिटाना चाहती है।
विकास उपाध्याय ने सवाल किया कि भारत में दो ज्योतियाँ क्यों नहीं हो सकतीं?अमर जवान ज्योति और राष्ट्रीय समर स्मारक ज्योति।70 के दशक से अमर जवान ज्योति हमारी राष्ट्रीय चेतना का हिस्सा है,तो क्या इसे एक झटके में ही मिटा दिया जाए। भारत ही नहीं पूरे विश्व के लोग इसे सम्मान से पूजते हैं।तो क्या उस सम्मान को मोदी सरकार मिटाना चाहती सिर्फ इसलिए कि उनका कोई इतिहास नहीं है।विकास उपाध्याय ने आव्हान किया है कि मोदी सरकार के इस राष्ट्र विरोधी कदम के खिलाफ देश भर में आंदोलन होना चाहिए।