मोहन मरकाम की ये निकटता साफ बयां कर रही है,यह यात्रा भारत को ही नहीं बल्कि पार्टी और राहुल गांधी से भी जुड़ने का एक उचित माध्यम है...

मोहन मरकाम की ये निकटता साफ बयां कर रही है,यह यात्रा भारत को ही नहीं  बल्कि पार्टी और राहुल गांधी से भी जुड़ने का एक उचित माध्यम है...

तिरुवनंतपुरम।कांग्रेस का भारत जोड़ो पदयात्रा भले ही भारत में फैली आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तनाव के ख़िलाफ़ भारत को जोड़ने का एक प्रयास है।इसके इतर यह भी कि कांग्रेस के तमाम नेता इस अंतराल में अपने आप को राहुल गांधी के करीब भी महसूस कर रहे हैं और इस पदयात्रा में यही उनके उत्साह का एक वजह भी है।होने को तो पदयात्रा का आज चौथा दिन है,पर इस बीच कांग्रेस नेताओं के इतने सारे पदयात्रा करते तस्वीर और राहुल गांधी के हर एक मूमेंट की झांकी पूरा देश देख रहा है की एक नजर में यह यात्रा सफल होते दिख रही है। ऐसे ही एक वीडियो आज छत्तीसगढ़ कांग्रेस के चीफ मोहन मरकाम की वायरल हो रही है जिसमें वे राहुल गांधी के एकदम करीब साथ बैठ कर बड़े इत्मीनान के साथ चर्चा कर रहे हैं।साथ में केसी वेणुगोपाल भी नजर आ रहे हैं।इस वीडियो को देख छत्तीसगढ़ के कांग्रेस कार्यकर्ता बहुत ही खुश और उत्साहित हैं।

कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा में खास बात ये है कि कांग्रेस अपनी पार्टी का झंडा नहीं बल्कि तिरंगा लेकर चल रही है।ठीक उसी तरह जब 1983 में चंद्रशेखर ने पदयात्रा की थी। उन्होंने जब यात्रा शुरू की तो साफ़ कह दिया था कि ये पार्टी का कार्यक्रम नहीं है। बल्कि यात्रा  पाँच अहम उद्देश्य को लेकर की जा रही है। पीने का पानी, कुपोषण से मुक्ति, हर बच्चे की पढ़ाई, हर इंसान को स्वास्थ्य का अधिकार और सामाजिक सद्भाव और बाद में वे देश के प्रधानमंत्री भी बने। गौर करने वाली बात है कि पाँच मुद्दे उन्होंने जो उस वक़्त उठाए वो आज भी अहम हैं। पीएम मोदी ने इस बार लाल किले से जो संकल्प दोहराए हैं- उसमें भी चंद्रशेखर के मुद्दे झांक रहे हैं।कांग्रेस भी ठीक उसी तरह इस वक़्त भारत जिस संकट काल से गुजर रहा है, उसी के अनुरूप ठोस और व्यापक उद्देश्य के साथ निकल पड़ी है और निश्चित रूप से यात्रा सफल हो कर रहेगी।लोगों का मानना है।

कांग्रेस ने पदयात्रा में लोहियावादी, वामपंथी, समाजवादी संगठनों, कांग्रेस आलोचकों और सिविल सोसाइटी को जुड़ने के लिए भी आमंत्रण भेजा है।अब तक 300 से भी ज्यादा सिविल सोसाइटी के लोग इस पदयात्रा का समर्थन कर चुके हैं।स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव तो शुरुवाती दिन से ही यात्रा में सम्मिलित हैं।कांग्रेस को इस पदयात्रा से उम्मीद से ज्यादा सफलता मिलते दिख रही है।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने देश की एकता को बनाए रखने के लिए लड़ाई लड़ने का संकल्प कर लिया है। राहुल गांधी की अगुवाई में निकलने वाली भारत जोड़ो यात्रा का मकसद ही देश में नफरत के माहौल को खत्म करके लोगों के दिलों को आपस में जोड़ना है। उन्होंने कहा कि 12 राज्यों से निकलने वाली इस यात्रा का मकसद शांति और सद्भाव का संदेश देना है।

कांग्रेस के इस भारत जोड़ो यात्रा में छत्तीसगढ़ से भी कांग्रेस के नेतागण सम्मिलित हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम यात्रा के पहले ही कन्याकुमारी पहुंच गए थे और आज चौथे दिन भी वे साथ थे। राहुल गांधी के साथ वे आज चर्चा करते वीडियो में देखे गए जो राहुल गांधी को बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में भी इस तरह के पदयात्रा करते रहे हैं और दिन में 50 किलोमीटर की दूरी तक चलने की जानकारी दे रहे हैं। राहुल गांधी पूरे इत्मीनान के साथ चर्चा कर रहे हैं।हालांकि यह पहला वाकया नहीं है जब मरकाम की गांधी से चर्चा हो रही है। पीसीसी चीफ के नाते वे दिल्ली में उनसे मिलते रहे हैं और राहुल गांधी भी मरकाम की कार्यप्रणाली से काफी खुश रहते हैं और आज का वायरल वीडियो साफ बयां कर रही है कि मरकाम राहुल गांधी से करीब से जुड़ चुके हैं। छत्तीसगढ़ के युवा नेता चौलेश्वर चंद्राकर तो पूरे 150 दिन तक साथ चलने वाले हैं।चंद्राकर के इस चयन को लेकर रोज सोशल मीडिया में बातें हो रही है कि इस बार उनका विधानसभा का टिकट भी पक्का है।