छत्तीसगढ़ के उभरते युवा नेताओं को राहुल गांधी के करीब लाता कांग्रेस पार्टी का भारत जोड़ो यात्रा...

छत्तीसगढ़ के उभरते युवा नेताओं को राहुल गांधी के करीब लाता कांग्रेस पार्टी का भारत जोड़ो यात्रा...

नई दिल्ली डेस्क। राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा के ज़रिए अपनी उस छवि से उबारने की कोशिश कर रहे हैं, जो भारतीय जनता पार्टी ने उनका मजाक उड़ाते हुए बना दी थी। उनकी कोशिश एक जन नेता की इमेज बनाने की दिख रही है। एक ऐसा नेता जिसके पीछे भीड़ एकत्रित हो सकती है और यह सच भी साबित होते नजर आ रहा है। इस यात्रा के शुरुआती समय से लेकर अब तक लगातार लोगों का एक शैलाब राहुल गांधी के साथ जुड़ते जा रहा है। इस बीच छत्तीसगढ़ राज्य के उन उभरते युवा नेताओं की चर्चा भी हो रही है जो राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिला कर साथ नजर आए हैं।इसलिए कि कांग्रेस के किसी सदस्य के लिए कल और आज भी सौभाग्य की बात होती है कि वह गांधी परिवार के किसी सदस्य के साथ तस्वीर खिंचवा ले! पर भारत जोड़ो यात्रा ने इस मिथक को दूर कर दिया है।

छत्तीसगढ़ से एक नाम जो सबसे पहले लिया जा सकता है वह डॉ. चौलेश्वर चंद्राकर है। चंद्राकर का नाम छत्तीसगढ़ से उन नामों में से एक है जिनको पूरे यात्रा में साथ चलने के लिए नामांकित किया गया है।चौलेश्वर चंद्राकर छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल से आने वाले एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं,जो अपनी राजनीति की शुरुआत संघर्ष और घोर आर्थिक अभाव में की और यह संघर्ष अब तक जारी है।सही मायने में छात्र राजनीति की कठिन परीक्षा को पास कर कांग्रेस की राजनीति में आगे बढ़ने का यदि कदम बढ़ाया है कोई तो चौलेश्वर का नाम आता है।वो समय था जब अविभाजित मध्यप्रदेश के समय मृणाल पंत अध्यक्ष हुआ करते थे और छत्तीसगढ़ अंचल में कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI का कोई खास बोल बाला नहीं हुआ करता था,तब इसे मजबूत करने की नींव चौलेश्वर चंद्राकर और उनके साथियों ने ले रखी थी।तब राजधानी चूंकि भोपाल था तो अक्सर यहां से भोपाल जाना भी जरूरी हुआ करता था,उस समय चौलेश्वर अपने एक करीबी साथी व सहयोगी के साथ ट्रेन से अक्सर भोपाल जाया करते थे।उनके दोस्त ने बताया तब ट्रेन की टिकट के लिए पैसे का जोगाड़ करना भी कठिन हुआ करता था। रायपुर से जाते वक्त तो कैसे भी कर भोपाल चले जाते थे पर वापसी में बगैर टिकट ही आना पड़ता था। इस किस्से को उन्होंने विस्तार से बताया कि वे भोपाल स्टेशन में दो रुपये का न्यूज पेपर खरीद लिया करते थे और रात 9.30 बजे वहाँ से नागपुर तक केरला एक्सप्रेस में चढ़ जाते और उसी पेपर को बिछा कर बैठ जाया करते थे।चूँकि यह ट्रेन सुपरफास्ट हुआ करती थी तो कोई टीटी भी चेक करने नहीं आता था और 4 बजे नागपुर में उतर कर सीधे स्टेशन में खड़ी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में चढ़ जाया करते थे,तब यह ट्रेन अपने घर की है का आभास होता था अर्थात इस ट्रेन में कोई भय नहीं और रायपुर हाजिर। 

खैर ये तो तब की बात है,जो छात्र जीवन का एक मस्ती का समय होता है। ठीक इसके विपरीत पूरे लगन व विश्वास के साथ चौलेश्वर चंद्राकर समय व उम्र के साथ अपने क्षेत्र में वह मजबूत जमीन भी तैयार करने सफल हुए की उन्हें जैजैपुर जैसे विधानसभा सीट से पिछली बार भी उम्मीदवार बनाया जाता तो उनकी जीत पक्की थी और निश्चित रूप से बसपा के जीत का रिकार्ड टूटता पर ऐसा न हो सका।उम्मीद की जा रही है कि इस बार चौलेश्वर चंद्राकर को यहाँ से उम्मीदवार बनाया जाएगा और राहुल गांधी के संज्ञान में यह बात लाई भी जा चुकी है।चौलेश्वर इस बीच लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय हो कर कांग्रेस को मजबूत करने लगे हैं।आज उनके पीछे एक बड़ा फौज खड़ा हो गया है जो इस बात का इंतजार कर रहा है कि उन्हें कब चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।

राजधानी रायपुर से पंकज शर्मा कांग्रेस पार्टी में वो नाम जिन्हें अगले विधायक के तौर पर देखा जा रहा है। उनसे जुड़े हजारों युवा कार्यकर्ता पंकज शर्मा को मजबूत करने लगातार लगे हुए हैं और खुद भी जनता के सतत संपर्क में हैं और अपने क्षेत्र का लगातार दौरा कर रहे हैं।बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में कांग्रेस के सबसे बड़े व कद्दावर नेता सत्यनारायण शर्मा के जेष्ठ पुत्र हैं।अविभाजित मध्यप्रदेश के समय सत्यनारायण शर्मा का वो कद था कि उनके सामने सभी बौने नजर आते थे।उनकी लोकप्रियता ऐसी की लगातार चुनाव जीतते रहे हैं और वर्तमान में वे रायपुर ग्रामीण के वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक हैं।बताया जा रहा है कि इस बार वे अपनी जगह अपने पुत्र को चुनाव मैदान में उतारेंगे और पंकज शर्मा की सक्रियता साफ बयां कर रही है कि वे इसकी तैयारी में हैं।

सुबोध हरितवाल युवा कांग्रेस की राजनीति में एक जाना पहचाना नाम। सुबोध वर्तमान में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और प्रदेश से लेकर दिल्ली के कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय नजर आते हैं। सुबोध फिल्म जगत के जाने माने एक्टर्स के साथ तस्वीरों में भी नजर आते हैं और इस बात को लेकर भी वे खासे चर्चा में बने रहते हैं। टीवी डिबेट व विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में वे सोशल मीडिया में छाए रहते हैं।पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के विश्वास पात्र में उनकी गिनती होती है और संगठन द्वारा दी गई जिम्मेदारी में वे खरा साबित हुए हैं।

बालोद जिले में चिखलाकसा के रहने वाले प्रशांत बाला बोकड़े युवा कांग्रेस में एक सक्रिय नेता हैं।उनकी सक्रियता को देखते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कोको पाढ़ी ने उन्हें जिलाध्यक्ष नियुक्त किया था और इस बार जब मतदान प्रणाली से चुनाव हुए तब भी उन्होंने जीत हासिल कर युवाओं का विश्वास जीता है।प्रशांत राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में सम्मिलित हो कर अपनी सक्रियता का परिचय दिया है।

छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस में लगातार 3 वर्षों तक प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी का मजबूती के साथ नेतृत्व कर चुके कोको पाढ़ी वर्तमान में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर युवा कांग्रेस में अपना योगदान दे रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा के कन्याकुमारी में शुभारंभ की तैयारी से लेकर राष्ट्रीय युवा कांग्रेस नेतृत्व द्वारा तय जिम्मेदारियों को वे बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। इस बीच वे भी राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में नजर आए।