पीसीसी चीफ मरकाम की फेहरिस्त में एक और बड़ी उपलब्धि। छत्तीसगढ़ गठन के बाद आज वो कर दिखाया जो कोई और अध्यक्ष न कर सका...
रायपुर(छत्तीसगढ़)। वैसे तो छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की अपने तीन साल के कार्यकाल में किये उपलब्धियों की लंबी सूची है।परंतु इस फहरिस्त में आज एक और उपलब्धि जुड़ गया जिसे छत्तीसगढ़ गठन के बाद कोई अध्यक्ष नहीं कर सका था।मोहन मरकाम की मजबूत संगठनात्मक घेरेबंदी के कारण महासमुंद नगर पालिका में कांग्रेस ने यहां हुए नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस की राशि महिलांग को अध्यक्ष के तौर पर जीत दिला कर 27 साल बाद कांग्रेस का अध्यक्ष बना लिया है। भाजपा के प्रकाश चंद्राकर को कांग्रेस की राशि महिलांग ने यह जीत बड़े अंतर से हासिल की है।इस घेरेबंदी में मरकाम ने अपने खास विश्वस्त युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल और पीसीसी के महासचिव पीयूष कोसरे को लगा रखा था।अंततःआज कांग्रेस की जीत ने साबित कर दिया कि मोहन मरकाम अपने विरोधियों को मात देने अपनी रणनीति में ही काम करते हैं और सफल भी होते हैं।
छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों तक सत्ता में रही भाजपा के एक आदिवासी कद्दावर नेता जो सरगुजा क्षेत्र से संबंध रखते हैं,सामान्य बोल चाल में कहा करते थे,"मुझे बस्तरिया आदिवासी नेता समझने की भूल मत करना। सरगुजिहा हूं,जो तेज होते हैं।" परन्तु आज उसी बस्तर जिसे कमजोर आंका जाता था के क्षेत्र से आने वाले आदिवासी नेता मोहन मरकाम अपने तीन साल के अध्यक्षीय कार्यकाल के अल्पावधि में ही अपने कार्यों के दम पर पूरे प्रदेश में सक्रिय रह कर साबित कर दिखाया है कि उन्हें कोई कमजोर समझने की गलती न करे।गौरतलब हो कि मरकाम के कार्यकाल में जितने भी चुनाव हुए कांग्रेस उसमें से एक भी चुनाव नहीं हारी और मरकाम का यह आदिवासी चेहरा कांग्रेस को भा रहा है।मरकाम की कार्यप्रणाली और उनके आचरण ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आकर्षित किया है,खास कर पार्टी के संघर्ष के दिनों में काम किये कार्यकर्ताओं को वो जिस गहराई से महत्व दे कर उनकी पूछपरख को लेकर गंभीर रहते हैं।उन्हें और भी महान बना रहा है।
बात करें छत्तीसगढ़ के महासमुंद की तो यहां नगर पालिका के अध्यक्ष पद के लिए आज चुनाव हुआ। मतदान की प्रक्रिया सुबह 11 बजे से शुरू हुई। कांग्रेस की ओर से राशि महिलांग ने पर्चा भरा। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने ही नामांकन किया।जिन्हें नगर पालिका के पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पिछले माह ही अध्यक्ष पद से हटा दिया था।आज वही पालिका के 30 पार्षदों ने इसमें वाेट दिया। परिणाम आए तो भाजपा हार चुकी थी। 19 वोट कांग्रेस प्रत्याशी राशि महिलांग के समर्थन में आए, तो भाजपा उम्मीदवार प्रकाश चंद्राकर को केवल 11 वोट ही हासिल हो सके। निर्वाचन अधिकारी ने राशि महिलांग को जीत का प्रमाणपत्र दे दिया।हालांकि बीजेपी को अविश्वास प्रस्ताव में जितने वोट उनके खिलाफ पड़े थे, उससे एक वोट कम करने में वे कामयाब रहे। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस को 20 वोट मिले थे।
महासमुंद में यह उपलब्धि हासिल करने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कई महीनों से खुद मोर्चा संभाले रखा था।वे खुद इस बीच महासमुंद जा कर पार्षदों को टटोलने का प्रयास किया, कि वे क्या चाहते हैं।अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भी वे मतदान से पहले अपने विश्वस्त युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल और पीसीसी के महासचिव पीयूष कोसरे को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा और आज जब अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार चयन की बारी आई तो भी हरितवाल और कोसरे को ही जिम्मेदारी दी। जब कि कुछ लोग दबीजुबान पर इसका विरोध कर रहे थे।परंतु दोनों युवा नेताओं ने इस जीत में सहभागी बन कर साबित कर दिया कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी पूरे ईमानदारी से की है। क्षेत्रीय विधायक विनोद चंद्राकर की सक्रियता का लाभ भी इस पूरे उलटफेर में कांग्रेस को भरपूर मिला।जीत के बाद नवनियुक्त अध्यक्ष राशि महिलांग पीसीसी चीफ मोहन मरकाम से मिलने रायपुर पहुंच गईं।जिनका मरकाम ने गर्मजोशी से स्वागत कर मिठाई खिला कर बधाई दी।