बालोद जिलाध्यक्ष प्रशांत बोकड़े को सर्वश्रेष्ठ युकां अध्यक्ष चुने जाने के साथ ही गुंडरदेही से पहली दावेदारी भी सामने आई...

बालोद जिलाध्यक्ष प्रशांत बोकड़े को सर्वश्रेष्ठ युकां अध्यक्ष चुने जाने के साथ ही गुंडरदेही से पहली दावेदारी भी सामने आई...

रायपुर(छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारिणी की बैठक हुई,जहाँ युवा कांग्रेस अध्यक्षों के कामकाज का लेखा जोखा भी देखा गया।इस बैठक में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रभारी कुमारी शैलजा,प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित तमाम युवा नेता मौजूद थे।युवा कांग्रेस की पुरानी परंपरा को कायम रख फिर से एक बार इस बैठक में उन युवा नेताओं को पुरस्कृत किया गया जो अपने कार्यक्षेत्र में एजेंडा के अनुरूप कार्य कर रहे हैं।उनमें से बालोद जिलाध्यक्ष प्रशांत बोकड़े को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सर्वश्रेष्ठ जिलाध्यक्ष का अवार्ड दिया गया।

राजधानी रायपुर में आहूत युवा कांग्रेस की इस महत्वपूर्ण बैठक में भारतीय युवा कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु विशेष तौर पर युवा कांग्रेस में चल रही तमाम गतिविधियों का जायजा लेने आये हुए थे।आगामी कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं तो युवा कांग्रेस की भूमिका को लेकर राष्ट्रीय प्रभारी इस बात को लेकर बहुत गंभीर हैं,की युवा कांग्रेस सत्ता वापसी को लेकर किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच किस तरह से कार्य करे। इस अभियान में प्रदेश के पूर्व युकां अध्यक्ष और वर्तमान में राष्ट्रीय महासचिव कोको पाढ़ी के फीडबैक को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 

बैठक में छत्तीसगढ़ की प्रभारी एवं युवा कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव पलक वर्मा,युवा कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव इकबाल गरेवाल, युवा कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव प्रियंका पटेल जैसे वो तमाम नेता भी मौजूद रहे जो इस बात को साफ प्रमाणित कर रहे थे कि यह आगामी चुनाव का यह आगाज है।बता दें कि हाल ही में युवा कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे 'युथ जोड़ो बूथ जोड़ो' अभियान काफी प्रचलित हुआ था।इसी अभियान के तहत बालोद जिला युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रशांत बोकड़े के परफॉर्मेंस को देखते हुए उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने सर्वश्रेष्ठ जिलाध्यक्ष का अवार्ड दे कर सम्मान किया गया।

प्रशांत बोकड़े के इस उपलब्धि के साथ ही युवा कांग्रेस के नेताओं को इस बार चुनावी मैदान में उतारने की कवायद के बीच बताया जा रहा है कि प्रशांत की पहली दावेदारी भी सामने आ गई है।वे लंबे समय से युवाओं के बीच सक्रिय हैं और बालोद जिले के सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र गुंडरदेही से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।हालांकि वर्तमान में इस विधानसभा से मौजूदा विधायक कुंवर निषाद भी पिछले चुनाव में अपने जीत के काफी अंतर के आधार पर मजबूत स्थिति में हैं और बताया जा रहा है कि इस बार वे कहीं दुबारा चुनाव जीत कर आते हैं तो मंत्रिमंडल में भी उन्हें जगह मिल सकती है। सर्वे में कहा भी गया है कि वे इस बार के चुनाव जीत सकते हैं ऐसे में प्रत्याशी बदलने की संभावना नहीं के बराबर है। बावजूद लोकतंत्र में हर कोई दावेदारी करता है और कभी-कभी भाग्य किसी का तेज हो और साथ दे दे तो नया इतिहास भी बन जाता है।

गुण्डरदेही विधानसभा में वर्तमान में 2 लाख 35 हजार 513 मतदाता हैं।जिसमें पुरुष मतदाता 117977, महिला मतदाता 117529 और अन्य मतदाता की संख्या 7 है।बालोद जिले के इस गुंडरदेही विधानसभा में अवैध शराब एक बड़ा मुद्दा है।वहीं अंदरूनी क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति काफी खराब है। सिंचाई के मामले में पहले मटिया मोती बांध से पानी दिया जाता था।अब वह भी बंद हो गया है। गुंडरदेही विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी हो या कांग्रेस चुनाव में चेहरा ही मायने रखेगा। इस विधानसभा में अलग-अलग समुदाय और अलग-अलग जाति से कैंडिडेट विधायक बन रहे हैं।ऐसे में वर्तमान विधायक के अलावे प्रशांत की दावेदारी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।