भारत जोड़ो यात्रा से रायपुर लौटे चौलेश्वर का हुआ जोशीला स्वागत कहा,राहुल गांधी को करीब से जानने व समझने का मिला मौका..

भारत जोड़ो यात्रा से रायपुर लौटे चौलेश्वर का हुआ जोशीला स्वागत कहा,राहुल गांधी को करीब से जानने व समझने का  मिला मौका..

रायपुर(छत्तीसगढ़)।कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में 136 दिनों तक चली कांग्रेस का भारत जोड़ो यात्रा का कल कश्मीर में समापन के बाद देश भर के चिन्हित यात्री अपने प्रदेश लौटने लगे हैं।छत्तीसगढ़ से भी कई नेता इस यात्रा में समय-समय पर पहुंच कर विभिन्न राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज किए।परंतु एक मात्र नेता और प्रदेश में पिछड़े वर्ग के अध्यक्ष डॉ.चौलेश्वर चंद्राकर को कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व वह अवसर प्रदान किया कि उन्हें कन्याकुमारी से कश्मीर तक पूरे समय राहुल जी के साथ चलने चिन्हित किया गया।आज चौलेश्वर के रायपुर लौटने पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने माना विमानतल पर गर्मजोशी के साथ स्वागत कर फूलों की माला से लाद दिया।

भारत जोड़ो यात्रा में 136 दिनों तक साक्षी बने कांग्रेस नेता चौलेश्वर चंद्राकर अपने इस यात्रा से बहुत ही अभिभूत हैं।उन्होंने सार्थक न्यूज़ के साथ अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, यात्रा के इस अंतराल में मुझे राहुल गांधी जी को बहुत ही करीब से जानने व उन्हें समझने का मौका मिला।चौलेश्वर ने कहा,राहुल गांधी बहुत ही गंभीर व भावुक प्रवृत्ति के नेक इंसान हैं।वे किसी भी मुद्दा को बहुत ही गहराई से और उसके तह तक सोचने व जानने में रुचि लेते हैं।वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इसी तरह के सवालों में उलझा भी देते हैं।उनके देश के प्रति सोच व विकास को लेकर जो चिंता है उनकी बातों में साफ झलकती है।वे हर धर्म के प्रति समान सोच व भावना रखते हैं।इन दिनों में उनकी हिन्दू धर्म के प्रति लगाव को भी मैंने करीब से देखा।वे भगवान पर पूरी आस्था व विश्वास रखते हैं।मेरा सौभाग्य है कि यात्रा के दौरान ऐसे कई मौके मिले जब उनसे करीब से बात कर चर्चा करने का अवसर मिला।

छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिला के ग्रामीण अंचल सरहर से आने वाले चौलेश्वर चंद्राकर अपने छात्र जीवन से लेकर कांग्रेस की राजनीति में अपने आप को स्थापित करने बहुत संघर्ष देखा है।इस बीच पारिवारिक विपरीत परिस्थितियों ने उन्हें बहुत हद तक आगे बढ़ने रोकने का प्रयास भी किया।बावजूद चौलेश्वर कांग्रेस की राजनीति में अपना पूरा समय नेवछावर कर कभी रुके नहीं और हर परिस्थिति से जूझते हुए आगे बढ़ते गए।उनकी इसी लगन व मेहनत को देख उन्हें जांजगीर जिला का अध्यक्ष बनाया गया।जैसे-जैसे वे इस जिम्मेदारी में आगे बढ़ने लगे वैसे ही वे राजनीतिक शिकार भी हो गए, पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व के नजर में आते चले गए। नतीजा यह हुआ कि राहुल गांधी के बेहद करीबी व कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने उन्हें सीधा ओबीसी का प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी और चौलेश्वर चंद्राकर का नाम कांग्रेस के उन बड़े नेताओं में गिनती होने लगा जो दिल्ली तक अपनी पहुंच रखते हैं।

इस बीच कांग्रेस का आजादी के बाद सबसे बड़े कार्यक्रम भारत जोड़ो यात्रा का जब रोड़ मैप बना तो राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा करने छत्तीसगढ़ से चौलेश्वर चंद्राकर का नाम देश भर के उन चिन्हित नामों में जुड़ गया जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक पूरे समय साथ रहेंगे और छत्तीसगढ़ से वे एकलौते नेता बन गए जिनको यह अवसर मिला हो।यात्रा के इन 136 दिनों में स्वाभाविक रूप से उन्हें राहुल गांधी के करीब आने का,उनके साथ वार्तालाप करने का कई मौका मिला।इस बीच चौलेश्वर का यात्रा के बीच कई फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल होते रहा।राहुल गांधी की तरह उन्होंने भी इस बीच सेविंग नहीं किया।यह भी उनका एक जुनून था।कल यात्रा की समाप्ति के पश्चात आज वे जब रायपुर पहुंचे तो उनके स्वागत में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस के साथी स्वागत के लिए विमानतल पहुंच गए और चौलेश्वर के बाहर आते ही फुलों की माला से लाद दिए।