भूपेश बघेल के पिछड़ों की राजनीति को आगे बढ़ाने डॉ.चौलेश्वर चंद्राकर ने कमर कसी...बिलासपुर में बड़ा आयोजन
रायपुर(छत्तीसगढ़)।केन्द्र की राजनीति के परिपेक्ष्य में देखें तो,एक जमाने में कांग्रेस की जीत के पीछे तीन कारण माने जाते थे- दलित, मुसलमान और ब्राह्मण। ये उनका कोर वोट बैंक था, जब तक ये कांग्रेस के साथ थे, तब तक कांग्रेस राज करती रही, लेकिन जैसे ही ये कोर वोट बैंक छिटका, कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई।इसलिए कि बदली परिस्थितियों में अब ओबीसी सभी पार्टियों के लिए एक जरूरत बन गई है।इस बात को छत्तीसगढ़ में 15 सालों के वनवास के बाद जब कांग्रेस सत्ता में लौटी तो पिछड़े वर्ग से आने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेहतर तरीके से समझा और इस वर्ग को आगे बढ़ाने सामाजिक व राजनीतिक दोनों दृष्टि से उन्होंने इस वर्ग के लोगों को तबज्जो देना शुरू कर दिया।भूपेश बघेल ओबीसी में कुर्मी जाती से आते हैं,जिसका फायदा पार्टी को पिछले चुनाव में तो मिला ही, साथ ही साहू वोट जिसे बीजेपी के करीब माना जाता है,उनका भी समर्थन भरपुर मिला।अब ओबीसी में विशेष कर इन दोनों जातियों का कांग्रेस पार्टी को आगे भी समर्थन मिलता रहे, एक बड़ी चुनौती होगी। जिसे आगे बढ़ाने का काम ओबीसी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ चौलेश्वर चंद्राकर ने अब ले ली है।
बता दें कि साल 2018 के पहले राज्य और केंद्र सरकार अपनी-अपनी ओबीसी लिस्ट तैयार करते थे। परंतु इसी साल संविधान में 102वाँ संशोधन किया गया, जिसके बाद ओबीसी लिस्ट बनाने का अधिकार केवल केंद्र के पास रह गया।इसके कुछ महीने पहले मराठा आरक्षण का मुद्दा छाया रहा और जब यह सुप्रीम कोर्ट पहुँचा, तो कोर्ट ने कहा कि ओबीसी लिस्ट तैयार करने का अधिकार राज्यों के पास नहीं है। इन परिस्थितियों में साल 2021 में केंद्र को 127वाँ संविधान संशोधन बिल लाना पड़ा।जो दोनों सदनों से पारित हो गया। किसी भी पार्टी ने इसका कोई विरोध नहीं किया और जिसके तहत केंद्र के साथ-साथ राज्यों को भी अपनी ओबीसी सूची बनाने का अधिकार मिल गया।भूपेश सरकार ने इसी कानून के आधार पर छत्तीसगढ़ में ओबीसी की लिस्ट बनाई। जिसमें 95 जातियों को ओबीसी की सूची में जोड़ा गया और ओबीसी की प्रदेश में कुल आबादी 1.26 करोड़ आंकी गई है,जिसमें साहू जाती के लोग नम्बर वन पर हैं।इस तरह से छत्तीसगढ़ में ओबीसी की कुल आबादी 41% हो गई है।
मुख्यमंत्री के बाद ओबीसी सेल के प्रदेश अध्यक्ष बनाये गए डॉ.चौलेश्वर चंद्राकर लगातार पिछड़ों की राजनीति को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।प्रदेश में कुछ समय से पहली बार पार्टी स्तर पर ओबीसी वर्ग को लेकर संभाग स्तर पर कार्यकारणी की बैठक व सम्मेलन का आयोजन हो रहा है।जिसका पूरा श्रेय चौलेश्वर चंद्राकर को जाता है।एक तरह से कहें तो मुख्यमंत्री बघेल के पिछड़ों की राजनीति को आगे बढ़ाने का काम चौलेश्वर ने अपने कन्धे पर उठा लिया है।रायपुर संभाग में इस तरह के बड़े आयोजन के बाद 16 फरवरी को बिलासपुर में ओबीसी का बड़ा आयोजन होने जा रहा है।जिसमें सम्मिलित होने राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय यादव विशेष रूप से एक दिन पूर्व ही छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं। चौलेश्वर चंद्राकर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आग्रह किया है।इसके अलावे प्रदेश भर के कई बड़े ओबीसी के बड़े चेहरे भी बिलासपुर के इस कार्यक्रम में नजर आएंगे।